ब्रिटेन में एक शख्स ने अपनी चार सप्ताह की बेटी को बिस्तर से सिर्फ इसलिए नीचे फेंक दिया था क्योंकि वो रो रही थी और पिता को बीयर पीने में परेशान कर रही थी. उस शख्स ने चिल्लाते हुए कहा "मुझे चिल्लाते हुए बच्चे के साथ मत छोड़ो". बच्ची बचपन में ही अत्यधिक चोट लगने की वजह से विकलांग हो गई थी और अब 14 साल की उम्र में उसकी मौत हो गई. (सभी तस्वीरें सांकेतिक/Getty)
घटना लंदन की है जहां 46 साल के डीन स्मिथ ने नन्ही मैसी नेवेल को कई साल पहले बेडरूम में नीचे फेंक दिया था. आरोपी ने बताया कि वह गुस्से में था क्योंकि उसे अकेले देखभाल करने के लिए छोड़ दिया गया था.
बच्ची को फर्श पर पटकने के बाद स्मिथ ने शांति से एक सिगरेट जलाई, बीयर पी और अपने बेडरूम में प्ले स्टेशन को चालू कर दिया.
उसकी साथी (कानूनी कारणों से नाम गुप्त रखा गया है) अपने दोस्त के घर से आयी और मैसी की जांच की तो शुरुआत में उसे कुछ भी गलत नहीं लगा. लेकिन थोड़े समय बाद ही बच्ची की खोपड़ी और रीढ़ की हड्डी में भयानक चोट की जानकारी महिला को हो गई.
बच्ची खोपड़ी और रीढ़ की हड्डी में लगी भयानक चोट की वजह से जीवन भर के लिए विकलांग हो गई. वहीं दत्तक माता-पिता ने उसकी देखभाल उसके अंत समय तक की. जानकारी के मुताबिक 28 जून 2014 को उसके 14 वें जन्मदिन से ठीक पहले घर पर उसकी मृत्यु हो गई थी.
वहीं बच्ची के पिता स्मिथ ने हमले के बाद गंभीर रूप से शारीरिक नुकसान पहुंचाने की बात स्वीकार की और 13 साल बाद उसकी मौत होने पर हत्या की जांच शुरू की गई. इससे पहले 2001 में भी स्मिथ तीन साल जेल में बिता चुका था.
हत्या की बात स्वीकार करने के बाद जूरी ने 11 घंटे और 58 मिनट तक विचार-विमर्श करने के बाद अपना फैसला सुनाया और उसे हत्या के आरोप से मुक्त कर दिया.