इस्लामाबाद
हिंदू पंचायत ने ही इस मंदिर का नाम श्रीकृष्ण मंदिर रखा है. इस मंदिर के
लिए वर्ष 2017 में जमीन दी गई थी लेकिन कुछ औपचारिकताओं की वजह से 3 साल
लटक गया था. रिपोर्ट के मुताबिक इस मंदिर परिसर में एक अंतिम संस्कार
स्थल भी होगा. इसके अलावा अन्य हिंदू मान्यताओं के लिए अलग जगह बनाई
जाएगी.