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सैनिटाइजर के खिलाफ जारी हुआ फतवा, बताया इस्लाम के खिलाफ

सैनिटाइजर के खिलाफ जारी हुआ फतवा, बताया इस्लाम के खिलाफ
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कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में हैंड सैनिटाइजर का महत्वपूर्ण स्थान है. कोरोना संक्रमण से बचने के लिए लोग इसका उपयोग कर रहे हैं लेकिन अब इस हैंड सैनिटाइजर के खिलाफ फतवा भी जारी हुआ है.

सैनिटाइजर के खिलाफ जारी हुआ फतवा, बताया इस्लाम के खिलाफ
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झारखंड के शहर जामताड़ा में हैंड सैनिटाइजर के खिलाफ फतवा जारी हुआ है और इसकी वजह सैनिटाइजर में मिला हुआ अल्कोहल है.

सैनिटाइजर के खिलाफ जारी हुआ फतवा, बताया इस्लाम के खिलाफ
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दरअसल कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए बार-बार हाथों की सफाई बेहद जरूरी है. हाथ साफ नहीं करने पर कोरोना वायरस फैलने का डर बना रहता है. यही वजह है कि डॉक्टर भी सलाह देते हैं कि लोग लगातार हाथ साफ करते रहें ताकि कोरोना संक्रमण से बचा जा सके.

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सैनिटाइजर के खिलाफ जारी हुआ फतवा, बताया इस्लाम के खिलाफ
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हैंड सैनिटाइजर हमें संक्रमण से बचाए रखने में अहम भूमिका अदा करता है लेकिन जामताड़ा में पोखरिया जामा मस्जिद के इमाम मोहम्मद सुफियान ने हैंड सैनिटाइजर को इस्लाम के खिलाफ बताया है.
सैनिटाइजर के खिलाफ जारी हुआ फतवा, बताया इस्लाम के खिलाफ
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उन्होंने कहा कि हैंड सैनिटाइजर में मिलाई जानेवाली शराब को हदीस में तमाम बुराइयों की जड़ बताया गया है और इस्लाम में शराब पीना, उसे बेचना तथा दवाई के रूप में इस्तेमाल करना तक हराम और नाजायज है.
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अल्कोहल युक्त हैंड सैनिटाइजर को इस्लाम में हराम बताए जाने के बाद एक नई बहस छिड़ गई है. अब हाथों की सफाई के लिए लोग इसकी जगह अन्य तरीकों पर भी चर्चा करने लगे हैं. हालांकि महामारी विशेषज्ञ बताते हैं कि जो लोग अल्कोहल युक्त हैंड सैनिटाइजर का उपयोग नहीं करना चाहते हैं वह साबुन, डिटर्जेंट, नीम युक्त साबुन भी उपयोग में ला सकते हैं.

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