लुधियाना के गुरु अंगद देव वेटरनरी एंड एनिमल साइंसेस यूनिवर्सिटी (गडवासू) के कॉलेज ऑफ फिशरीज ने इम्युनिटी बढ़ाने के लिए प्रोटीन से भरपूर फिश बिस्कुट रागी और एक ओट्स के साथ तैयार किया है. इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्व इम्युनिटी बढ़ाते हैं और कई बीमारियों से बचने में मदद करते हैं.
(फोटो- गडवासू)
मछली सेहत के लिए बहुत फायदेमंद मानी जाती है. इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्व शरीर को कई बीमारियों से बचाने में मदद करते हैं. गुरु अंगद देव वेटरनरी एंड एनिमल साइंसेस यूनिवर्सिटी (गडवासू) के कॉलेज ऑफ फिशरीज के वैज्ञानिक डॉक्टर अजीत सिंह ने फिश बिस्कुट तैयार किए हैं. यह बिस्कुट आम बिस्कुट के मुकाबले कहीं ज्यादा महंगे हैं, लेकिन यह दवाई की तरह काम करने में कारगर होंगे.
डॉक्टर अजीत सिंह का दावा है कि रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ाने में यह फिश बिस्कुट काफी कारगर साबित होगा. इसके अलावा उन्होंने बताया कि बाजार में मिलने वाले सामान्य बिस्कुट कार्बोहाइड्रेट रिच होते हैं और इन फिश बिस्कुट में कार्बोहाइड्रेट 75 फीसदी से ज्यादा होता है. वहीं, इनमें फाइबर और प्रोटीन कम होता है. प्रोटीन सिर्फ 5 फीसदी के करीब होता है. फाइबर 1 फीसदी के आसपास होता है, इसलिए हेल्दी विकल्प नहीं होते हैं और न्यूट्रिशन की कमी को पूरा नहीं करते है.
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कार्प मछली के मीट से बनाए गए फिश बिस्कुट प्रोटीन और फाइबर रिच हैं. एक बिस्कुट रागी और ओट्स के साथ तैयार किया गया है. फिश को प्रोटीन आइसोलेट पाउडर के तौर पर इस्तेमाल किया है. फिश प्रोसेसिंग में कंपेंसेट किया गया जिससे स्मेल न आए. इसमें वनिला फ्लेवर एड किया है. फाइबर के लिए रागी को मिलाया गया है. वहीं, ओट्स के भी अपने कई फायदे हैं.
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फिश बिस्कुट में कार्बोहाइड्रेट करीब 50 फीसदी होता है और प्रोटीन लगभग 17 फीसदी होता है. रागी में फाइबर 5 फीसदी से ज्यादा और ओट्स में 2 से 3 फीसदी फाइबर होता है. इस वजह से फिश बिस्कुट के न्यूट्रिशन के तौर में कई फायदे हैं. ये सेल्फ स्टेबल है. इसे रूम टेंपरेचर में ही 2 महीने तक रखा जा सकता है और कहीं भी आसानी से ट्रांसफर कर सकते हैं.
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फिश मीट को आइसोलेट करते हैं तो रिकवरी कम आती है और 50 फीसदी वेस्टेज हो जाती है. इस वजह से सामान्य बिस्कुट के मुकाबले कीमत ज्यादा है, लेकिन फिश बिस्कुट दवाई की तरह काम करने में कारगर हैं. फिश प्रोसेसिंग टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट में इससे पहले भी फिश फिंगर्स, फिश बॉल, फिश नगेट्स, फिश कटलेट, फिश पापड़, फिश वेफर्स, फिश सॉस, फिश अचार जैसे उत्पाद बनाए हैं. जिनकी शेल्फ लाइफ 6 महीने से भी ज्यादा है.
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फिश प्रोसेसिंग टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट में इससे पहले भी फिश फिंगर्स, फिश बॉल, फिश नगेट्स, फिश कटलेट, फिश पापड़, फिश वेफर्स, फिश सॉस जैसे उत्पाद बनाए हैं. फिश अचार बनाए हैं, जिनकी शेल्फ लाइफ 6 महीने से भी ज्यादा है. फिश तो बच्चों के लिए भी प्रोटीन का बेहतरीन सोर्स है. वे भी आसानी से खा सकते हैं. प्रोटीन की कमी से होने वाली बीमारियों से बचा जा सकता है.
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