बताया जा रहा है कि इस नस्ल मछली को पंजाब, हरियाणा और दिल्ली के लोग काफी पंसद करते हैं. कोरोना वायरस की वजह से लोगों ने मीट मंडी में खरीदारी करना कम कर दिया जिसकी वजह से मछलियां बाहरी राज्य को सप्लाई नहीं हुई. इसके बाद स्थानीय ठेकेदारों ने क्विंटल के हिसाब से मछलियों को मिट्टी में दबा देने का फैसला किया.