विज्ञान की नजर से आज की तारीख बहुत खास है. भारत में कार्तिक पूर्णिमा मनाई जाएगी, वहीं ये मौका दुनियाभर के वैज्ञानिकों के लिए दुर्लभ संयोग है. आज चांद पूरा दिखाई देगा और चंद्र ग्रहण भी होगा. हैरानी की बात ये है कि पिछले तीन दिन से यानी शनिवार से चांद पूरा दिख रहा है और आज चंद्र ग्रहण दुनिया के अलग-अलग कोनों से अलग-अलग समय पर तीन बार देखा जा सकेगा. आइए जानते हैं इस अद्भुत प्राकृतिक नजारे के बारे में... (फोटोः रॉयटर्स)
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने बताया कि 30 नवंबर को पूर्ण चांद दिखाई देगा. लेकिन यह शनिवार से लगभग पूर्ण है. आज यह धरती की बाहरी परछाई से होकर गुजरेगा, इसकी वजह से पेनुमब्रल चंद्र ग्रहण (Penumbral Lunar Eclipse) लगेगा. धरती की छाया दो प्रकार की होती है. पहली उम्ब्रा (Umbra) और दूसरी पेनुम्ब्रा (Penumbra). (फोटोः रॉयटर्स)
जब चंद्रमा पर पृथ्वी की पूरी परछाई पड़ती है तो उसे उम्ब्रा परछाई कहते हैं. इस प्रकार की परछाई चंद्रमा पर पड़ने से, चंद्रमा तक सूर्य की रोशनी सीधे तौर पर ना पहुंच कर धरती से होते हुए, इसकी सतह को छूती है. यानी पूर्ण चंद्र ग्रहण. पेनुम्ब्रा छाया (Penumbra) पृथ्वी की उस छाया को कहा जाता है जब पृथ्वी, चंद्रमा के कुछ ही हिस्से को कवर करती है. जिस हिस्से को पृथ्वी कवर नहीं करती है उस अंश पर सूर्य का प्रकाश पहुंच जाता है. यानी पेनुमब्रल चंद्र ग्रहण (Penumbral Lunar Eclipse) में चांद का कुछ हिस्सा ढक जाता है. (फोटोः रॉयटर्स)
टाइमएंडडेट डॉट कॉम के अनुसार 3 दिन से पूर्ण दिख रहा चांद आज तीन बार पेनुमब्रल चंद्र ग्रहण (Penumbral Lunar Eclipse) में जाएगा. यानी धरती पर रह रहे लोगों को तीन अलग-अलग समय ये नजारा देखने को मिलेगा. भारतीय समयानुसार सोमवार दोपहर 1.02 बजे, दोपहर 3.12 बजे चंद्र ग्रहण और शाम को 5.23 बजे. दुनियाभर के वैज्ञानिक अपने टाइम जोन के अनुसार इस समय पर पेनुमब्रल चंद्र ग्रहण (Penumbral Lunar Eclipse) देखेंगे. (फोटोः रॉयटर्स)
पेनुमब्रल चंद्र ग्रहण (Penumbral Lunar Eclipse) देख पाना आम आदमी के बस का नहीं होगा क्योंकि इसके लिए खास उपकरण, सही समय और सही लोकेशन का होना बहुत जरूरी है. नासा ने बताया है कि उत्तरी अमेरिका में पेनुमब्रल चंद्र ग्रहण (Penumbral Lunar Eclipse) दिखाई देगा लेकिन आम इंसान इसे समझ नहीं पाएगा. पूर्ण चंद्र के समय हल्की से रोशनी कम होगी लेकिन थोड़ी ही देर में यह सामान्य हो जाएगी. (फोटोः रॉयटर्स)
नासा ने बताया कि वह यह नजारा अंतरिक्ष से कैप्चर करेगा. नासा का लूनर रिकॉनसेंस ऑर्बिटर (Lunar Reconnaissance Orbiter) इस नजारे का वीडियो और फोटो लेगा. आज दिखने वाले पूर्ण चंद्र को बीवर मून (Beaver Moon) भी कहा जा रहा है. ऐसा इसलिए क्योंकि अक्टूबर में दो पूर्ण चांद देखने को मिले. दूसरा ब्लू मून था, जो 76 सालों बाद दिखाई दिया था. (फोटोः रॉयटर्स)
नवंबर में दिखने वाले फूल मून यानी पूर्ण चंद्र को दुनिया भर में कई नामों से जाना जाता है. जैसे कोल्ड मून (Cold Moon), फ्रॉस्ट मून (Frost Moon), विंटर मून (Winter Moon), ओक मून (Oak Moon), मून बिफोर यूले (Moon before Yule) और चाइल्ड मून (Child Moon). (फोटोः रॉयटर्स)
दुनियाभर में नवंबर के फुल मून यानी पूर्ण चंद्र की धार्मिक महत्ता भी है. हिंदु, सिख और जैन इसे कार्तिक पूर्णिमा (Kartik Purnima) कहते हैं. कुछ लोग इसे कार्तिक दीपम (Kartik Deepam) भी कहते हैं. म्यांमार में बौद्ध लोग इसे ताजुंगडेइंग फेस्टीवल मून (Tazaungdaing Festival Moon) और श्रीलंका में इल पोया (Ill Poya) कहते हैं. (फोटोः रॉयटर्स)