दरअसल, काठमांडू से 100 किमी दूर बैरियापुर में स्थित गढ़ीमाई मंदिर में हर पांच साल के बाद पशुओं का सामूहिक वध किया जाता है. यह उत्सव शक्ति की देवी गढ़ीमाई के सम्मान में आयोजित होता है. इसमें नेपाल के साथ ही भारत से लाखों लोग भाग लेते हैं. इस बार यह उत्सव मंगलवार और बुधवार को मनाया गया.