हर किसी को बूढ़ा होना अच्छा नहीं लगता. किसी को जल्दी मरना भी पसंद नहीं. लोग हमेशा जवान रहना चाहते हैं और लंबी जिंदगी भी. चीन के वैज्ञानिकों ने एक ऐसी जीन थैरेपी का ईजाद की है, जिसकी वजह से वो बुढ़ापे को थोड़ा रोक सकते हैं. यानी आपकी जिंदगी थोड़ी लंबी हो जाएगी और आप ज्यादा दिन जवान रहेंगे. चीन के साइंटिस्ट्स ने इसे चूहों पर आजमाया और उनकी जिदंगी में 25 फीसदी का इजाफा कर दिया. आइए जानते हैं इस जीन थैरेपी के बारे में...(फोटोः रॉयटर्स)
भविष्य में यह थैरेपी इंसानों के उम्र बढ़ाने, ज्यादा दिन जवान रहने या बुढ़ापे से संबंधित बीमारियों को ठीक करने में काम आ सकती है. समाचार एजेंसी रॉयटर्स की खबर के मुताबिक साइंस ट्रांसलेशनल मेडिसिन जर्नल में इस थैरेपी को लेकर एक रिसर्च रिपोर्ट प्रकाशित हुई है. इस जीन थैरेपी में kat7 नाम के जीन को असक्रिय किया जाता है. कोशिकाओं के बूढ़े होने को लेकर यह जीन जिम्मेदार होता है. (फोटोः रॉयटर्स)
A group of biologists in Beijing said they have developed a world-first new gene therapy to delay the effects of aging in mice, which could contribute to finding an answer to living longer https://t.co/wos4a8PlaV pic.twitter.com/459gjVRI3i
— Reuters (@Reuters) January 20, 2021
चाइनीज एकेडमी ऑफ साइंसेज (Chinese Academy of Sciences - CAS) के इंस्टीट्यूट ऑफ जूलॉजी के प्रोफेसर कू जिंग और उनकी टीम ने यह जीन थैरेपी ईजाद की है. प्रो. कू जिंग एजिंग और रीजेनेरेटिव मेडिसिंस के एक्सपर्ट हैं. (फोटोः रॉयटर्स)
कू जिंग ने बताया कि हमने चूहों पर यह जीन थैरेपी की. करीब 6 से 8 महीने के बाद चूहों में बदलाव दिखने लगा. उनकी पकड़ मजबूत हो गई. उनका ओवरऑल एपियरेंस बेहतर हो गया. यह नहीं सबसे हैरानी वाली बात ये है कि उनकी जिंदगी में 25 फीसदी का इजाफा हो गया. ये दुनिया में पहली बार हुआ है. (फोटोः रॉयटर्स)
प्रो. कू जिंग ने बताया कि CAS के अन्य विभान ने हजारों जीन्स की जांच करने के बाद 100 ऐसे जीन्स की खोज की थी, जो उम्र से संबंधित कार्य करते हैं. लेकिन kat7 जीन की वजह से लोग जल्दी बूढ़े होते हैं और उनका जीवन खत्म होने लगता है. यह हर स्तनधारी जीव में पाया जाता है. (फोटोः रॉयटर्स)
प्रो. कू जिंग और उनकी टीम ने चूहों के लिवर में मौजूद kat7 जीन को असक्रिय कर दिया. जिस पद्धत्ति से जीन को असक्रिय किया गया उसे लेंटीवायरल वेक्टर (Lentiviral Vector) कहते हैं. प्रो. जिंग की टीम ने kat7 जीन के काम को चूहों की अलग-अलग कोशिकाओं में देखा. इसके बाद पता चला कि इसी जीन की वजह से बुढ़ापा जल्दी आता है. (फोटोः रॉयटर्स)
इंसानों के शरीर में kat7 जीन के जांच की जरूरत है. उसे करने के लिए कई तरह के परमिशन चाहिए होंगे, लेकिन उससे पहले हमें इस थैरेपी को इस स्तर तक सुरक्षित करना होगा कि किसी भी इंसान को नुकसान न हो. एक बार यह थैरेपी इंसानों के लिए पूरी तरह से सुरक्षित साबित हो जाएगी तब इसका क्लीनिकल ट्रायल शुरू किया जाएगा. (फोटोः रॉयटर्स)
प्रो. कू जिंग ने कहा कि फिलहाल इंसानों के लिए जीन थैरेपी का उपयोग करना या उसका ट्रायल करना बहुत दूर की बात है. लेकिन यह तय हो गया है कि हम भविष्य में इसकी बदौलत इंसानों की उम्र बढ़ा सकते हैं. साथ ही उन्हें ज्यादा दिन तक जवान रख सकते हैं. इस तरह का विकास करने में समय लगेगा. (फोटोः रॉयटर्स)
अगर अगले कुछ सालों में इस थैरेपी को विकसित करके इंसानों के लिए उपयोग में लाया जाएगा तो इससे बुढ़ापे से संबंधित बीमारियों का इलाज करने में भी मदद मिलेगी. साथ ही इंसान ज्यादा दिन जवान रहेंगे तो उससे ज्यादा दिन तक काम लिया जा सकेगा. लेकिन इससे पहले इस थैरेपी और रिसर्च की आवश्यकता जताई गई है. (फोटोः रॉयटर्स)