राजनीति से उनके परिवार का पहले से लगाव था. उनके चाचा रामभाऊ मोझे पुणे के दापौड़ी विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र से तीन बार विधायक बने थे. कुछ समय तक सम्राट मोझे राष्ट्रवादी कांग्रेस से भी जुड़े रहे.
इस से पहले पुणे के MNS विधायक रमेश वांजले और उद्योगपति दत्ता फुगे इस तरह का शौक रखते थे जिन्हें देश-विदेश में गोल्डन मैन के नाम से जाना जाता था. विधायक वांजले की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई थी तो उद्योगपति दत्ता फुगे की हत्या की गई थी.