scorecardresearch
 
Advertisement
ट्रेंडिंग

सरकारी दफ्तर में बाबुओं ने लगवाए चक्कर, किया सिक्कों से पेमेंट

सरकारी दफ्तर में बाबुओं ने लगवाए चक्कर, युवक ने सिक्कों से किया पेमेंट
  • 1/5
हरियाणा के फतेहाबाद से अनोखा मामला सामने आया है जहां नगर परिषद कर्मचारियों ने एक युवक को हाउस टैक्स के लिए बार-बार दफ्तर के चक्कर लगवाए. जिसके बाद युवक ने उन्हें अनोखे तरीके से सबक सिखाने की ठानी. युवक अपने हाउस टैक्स की बकाया रकम को किस्तों में लेकर पहुंचा. उसने हाउस टैक्स भरने के लिए 9200 रूपये के सिक्कों को जमा किया जिसको गिनते-गिनते नगर परिषद का स्टाफ के पसीने छूट गए.
सरकारी दफ्तर में बाबुओं ने लगवाए चक्कर, युवक ने सिक्कों से किया पेमेंट
  • 2/5
दरअसल, फतेहाबाद के नगर परिषद हाउस टैक्स ब्रांच में एक युवक अपना 2 वर्ष का हाउस टैक्स भरने के लिए 9200 रुपये के सिक्के लेकर पहुंचा था. सिक्कों को गिनते हुए नगर परिषद का हाउस टैक्स ब्रांच का स्टाफ हांफता हुआ नजर आया. युवक अपने हाउस टैक्स की क्लीन चिट के लिए लगातार 10 महीनों से नगर परिषद के चक्कर काट रहा था लेकिन नगर परिषद के कर्मचारियों ने उसे बकाया पड़े हाउस टैक्स की जानकारी नहीं दी.
सरकारी दफ्तर में बाबुओं ने लगवाए चक्कर, युवक ने सिक्कों से किया पेमेंट
  • 3/5
जिसके बाद युवक ने कर्मचारियों को सबक सिखाने के लिए बकाया पड़े हाउस टैक्स भरने के लिए 9200 रुपये के सिक्के लेकर पहुंच गया. मजबूरी में नगर परिषद के कर्मचारियों को यह सिक्के स्वीकार करने पड़े और इसे गिनने के लिए पूरा स्टाफ हांफता हुआ नजर आया.
Advertisement
सरकारी दफ्तर में बाबुओं ने लगवाए चक्कर, युवक ने सिक्कों से किया पेमेंट
  • 4/5
सिक्के लेकर पहुंचे सुनील कुमार ने आरोप लगाया, '10 महीने से हाउस टैक्स की क्लीन चिट लेने के लिए कर्मचारी चक्कर कटवा रहे थे. इसी गुस्से के चलते सिक्के लेकर आया हूं. ताकि कर्मचारियों को भी सिक्के गिनते समय परेशानी उठानी पड़े. लगातार 10 महीनों से नगर परिषद के चक्कर काट रहा हूं. लेकिन कर्मचारी हाउस टैक्स की क्लीन चिट नहीं दे रहे थे. जिसके बाद, आज बकाया टैक्स भरने के लिए घर पर पड़े 9200 रूपये के सिक्के लेकर आया हूं. इंडियन करेंसी को लेने से कोई मना नहीं कर सकता है.'
सरकारी दफ्तर में बाबुओं ने लगवाए चक्कर, युवक ने सिक्कों से किया पेमेंट
  • 5/5
युवक सुनील कुमार ने बताया कि उसने नगर परिषद में हाउस टैक्स की क्लीन चिट के लिए एप्लीकेशन भी लगाई थी लेकिन फिर भी उसे चक्कर कटवाए गए. उसे हाउस टैक्स की जानकारी ही नहीं दी गई. अब जब नगर परिषद के कर्मचारियों ने उसे उसके बकाया पड़े 9200 रूपये के हाउस टैक्स की जानकारी दी, तो वह 9200 रूपये के सिक्के लेकर नगर परिषद पहुंचा है.
Advertisement
Advertisement