बुंदेलखंड में महामारी से बचाव से ज्यादा लोगों को रिश्ते टूटने का भय है जिसकी बानगी शुक्रवार देर रात एमपी के निवाड़ी जिले मेंं रानीगंज चेकपोस्ट पर देखने को मिली. कोरोना कर्फ़्यू के दौरान एक युवक अपनी पत्नी व दो बच्चों के साथ टीकमगढ़ में शादी समारोह में शामिल होने के लिए जा रहा था. उसे जैसे ही रानीगंज नाके पर रोका गया तो शुरू हो गया हाई वोल्टेज ड्रामा.
पहले तो युवक एसडीओपी संतोष पटेल को यह बताता दिखा कि जब शादी में जाने नहींं देना था तो टीकमगढ़ कलेक्टर ने परमिशन क्यों दी. यदि मैं नहीं गया तो मेरी रिश्तेदारी पूरी तरह टूट जाएगी.
इन सबके बाद भी पुलिस नहीं मानी तो वह पूरे मामले की शिकायत पृथ्वीपुर थाने में करने जाने लगा. वहां भी जब कुछ न चली तो उसने तय किया कि वह राजनैतिक हथकंडे को अपनाएगा और पत्नी व बच्चों के साथ आंधी-तूफान के बीच धरने पर बैठ गया. महामारी से ज्यादा परवाह उसे इस बात की थी कि रिश्तेदारी न टूट जाए.
घंटों चले इस ड्रामे के बीच एसडीओपी संतोष पटेल ने इस परिवार को घंटों मनाया पर बात नहीं बनी. अंत में शादी वाले घर के रिश्तेदार का नम्बर लेकर इस युवक की बात कराई जिसमें शादी वाले घर ने रिश्तेदारी न तोड़ने का आश्वासन दिया.