पल्प फिक्शन, किल बिल, वन्स अपॉन ए टाइम इन हॉलीवुड और इनग्लोरियस बास्टर्ड्स जैसी सुपरहिट फिल्मों के डायरेक्टर और हॉलीवुड के कई टॉप स्टार्स मसलन लियोनार्डो डि कैप्रियो(Leonardo Di caprio), ब्रैड पिट (Brad Pitt), रॉबर्ट डि नीरो (Robert De Niro) और उमा थरमन (Uma thurman) के साथ काम कर चुके क्वेनटिन टैरेंटिनो(Quentine Tarantino) ने बताया है कि उन्होंने अपनी मां को आर्थिक मदद देने से साफ इंकार कर दिया है क्योंकि टैरेंटिनो की मां बचपन में उनकी राइटिंग का मजाक उड़ाया करती थीं.
58 साल के टैरेंटिनो ने कहा कि वे जब 12 साल के थे तब उन्हें अपनी मां की बात का इतना ज्यादा बुरा लगा था कि उन्होंने फैसला कर लिया था कि वे अगर स्क्रीन राइटिंग या डायरेक्शन में सफल होते हैं तो अपनी मां के साथ अपनी संपत्ति कभी शेयर नहीं करेंगे. टैरेंटिनो हॉलीवुड में जबरदस्त कामयाब होने के बाद भी अपने इस वादे पर अटल हैं.
बता दें कि टैरेंटिनो 120 मिलियन डॉलर्स यानी लगभग 900 करोड़ की संपत्ति के मालिक हैं. उन्होंने द मोमेंट पॉडकास्ट पर इस बात का खुलासा किया है. उन्होंने कहा मुझे याद है कि मैं जब स्कूल में स्क्रीन राइटिंग करता था तो मुझे टीचर्स से डांट पड़ती थी. मेरे टीचर्स ने मेरी मां को भी बुला लिया था और मेरी मां ने भी उन टीचर्स का ही सपोर्ट किया था. मुझे बहुत ज्यादा बुरा लगा था.
उन्होंने आगे कहा कि मेरी मां मेरी राइटिंग को लेकर बुराई करती थीं. उन्होंने घर आकर मुझसे कहा था कि तुम्हारा ये जो राइटिंग करियर है ना, ये जो बकवास तुम कर रहे हो. ये सब खत्म चीज है. इस पर ध्यान मत लगाओ. उस समय ही मैंने मन ही मन सोच लिया था कि अगर मैं इस करियर में सफल हुआ तो मैं इस 'बकवास करियर' का एक पैसा भी अपनी मां को नहीं दूंगा.
टैरेंटिनो से जब पूछा गया कि क्या वे आज भी अपने इस वादे पर कायम है? तो उन्होंने कहा कि मैंने एक बार उनको टैक्स डिपार्टमेंट वालों से पीछा छुड़ाने में मदद की थी लेकिन मैंने उन्हें आर्थिक तौर पर मदद नहीं की है. उन्हें ना तो मैंने घर दिया है. ना कोई गाड़ी दी है. क्योंकि उन्हें भी तो मेरे इस करियर से कोई उम्मीद नहीं थी.
उन्होंने आगे कहा कि अगर आप अपने बच्चों को प्रोत्साहित नहीं कर सकते हैं तो इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं. राइटिंग मेरे लिए बहुत अहम चीज थी. मेरा हॉलीवुड में कोई गॉडफादर नहीं था. मैंने अपने बलबूते ही सब कुछ किया. ऐसे में आप कम से कम ऐसे लोगों से दूर रहना चाहेंगे जो आपको हतोत्साहित कर आपके सपनों को कुचलना चाहते हों.
गौरतलब है कि टैरेंटिनो ने एक स्वतंत्र फिल्ममेकर के तौर पर अपने करियर की शुरुआत की थी. वे पांच दिन काम करते थे और वीकेंड्स पर अपनी फिल्म बनाते थे. साल 1992 में उनकी ये फिल्म रिलीज हुई थी जिसका नाम रिजरवॉयर डॉग्स था. इस फिल्म को दर्शकों का काफी अच्छा रिस्पॉन्स मिला था. संजय दत्त, अमिताभ बच्चन और सुनील शेट्टी स्टारर कांटे इसी फिल्म का रीमेक थी.