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जब वकील को जज से कहना पड़ा, मैं जिंदा इंसान हूं, बिल्ली नहीं...

जब वकील को जज से कहना पड़ा
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वैश्विक महामारी कोरोना की चपेट में पूरी दुनिया है. यही वजह है कि आज भी कई संस्थान और दफ्तर बंद हैं और लोग घर से काम (वर्क फ्रॉम होम) कर रहे हैं. तमाम मीटिंग्स और जरूरी काम ऑनलाइन हो रहे हैं. ऐसे में कई बार तकनीकी गलती की वजह से अर्थ का अनर्थ भी हो जाता है. 

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कुछ ऐसा ही मंगलवार को टेक्सास में हुआ जब एक वकील ने कोर्ट की ऑनलाइन कार्यवाही के दौरान जूम कॉल पर गलती से बिल्ली वाला फिल्टर ऑन कर दिया. कोर्ट की कार्यवाही के दौरान वकील उसे हटाने में असमर्थ थे. इस दौरान जब वो जज से बात कर रहे थे तभी कैट के नाम से संबोधित किए जाने पर उन्होंने आपत्ति जताई और कहा कि उन्हें इस तरह क्यों संबोधित किया जा रहा है. उन्होंने कहा, "मैं यहां जीवित हूं, मैं बिल्ली नहीं हूं."

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दरअसल टेक्सास में Brewster काउंटी के जिला कोर्ट में वर्चुअल सुनवाई के दौरान वकील रॉड पोंटन गलती से अपनी स्क्रीन पर बिल्ली वाली फिल्टर के साथ लॉग इन हो गए. इसको लेकर ट्विटर पर न्यायाधीश रॉय फर्ग्यूसन ने ज़ूम सुनवाई का एक वीडियो साझा किया और कहा,  'यदि कोई बच्चा आपके कंप्यूटर का उपयोग करता है, तो इससे पहले कि आप वर्चुअल सुनवाई में शामिल हों ज़ूम वीडियो विकल्प की जांच करे लें कि फ़िल्टर बंद है या नहीं. 

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वीडियो में, फर्ग्यूसन ने पोंटन को चेतावनी देते हुए कहा, "मेरा मानना ​​है कि आपके पास वीडियो सेटिंग्स में एक फ़िल्टर चालू है, पोंटन ने जज को जवाब देते हुए कहा कि वह जागरूक हैं लेकिन वह नहीं जानते कि बिल्ली वाले फिल्टर को कैसे हटाया जाए.''
 

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वकील ने कहा, "मुझे नहीं पता कि इसे कैसे हटाना है. मुझे यहां मेरी सहायक मिल गयी है, वह कोशिश कर रही है लेकिन मैं इसके साथ आगे बढ़ने के लिए तैयार हूं." "मैं यहां जीवित हूं, मैं  बिल्ली नहीं हूं." हालांकि, जज ने पोंटॉन को यह स्पष्ट करने के लिए उनका धन्यवाद दिया. 

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