लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर तनाव चरम पर है और बीती रात भारतीय और चीनी सेना के बीच गोलीबारी भी हुई है. लगातार फेल हो रही साजिश से चीन बुरी तरह बौखलाया हुआ है. काला टॉप और हेल्मेट टॉप को अपने नियंत्रण में लेने के लिए चीनी सैनिक हर तरह का षड्यंत्र रच रहे हैं लेकिन भारतीय सेना पहले ही उनके मंसूबों को भांप कर फेल कर देती है. चीनी सैनिक किसी भी कीमत पर इन दोनों चोटियों पर नियंत्रण हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं.
लद्दाख में बीते 10 दिनों में चीन की चौथी साजिश को हमारे वीरों ने नाकाम कर दिया है. सोमवार की आधी रात को एक बार फिर भारतीय सेना ने चीन के जवानों को खदेड़ दिया. कब्जे की नीयत से आए चीनी सैनिकों के गोलीबारी करने के बाद जवाबी कार्रवाई के तहत भारतीय सेना के जवानों ने "वार्निंग शॉट्स" फायर किए और उन्हें पीछे धकेल दिया.
बता दें कि इससे पहले भारतीय जवानों ने चीनी सैनिकों को सबक सिखाते हुए LAC पर उस ब्लैक टॉप और हेल्मेट टॉप पोस्ट को अपने नियंत्रण में ले लिया था जिस पर कब्जा करने के मकसद से 29 अगस्त की रात को चीनी सैनिकों ने भारतीय सीमा में घुसपैठ की कोशिश की थी. इससे पहले तक ब्लैक टॉप पोस्ट पर किसी देश का कब्जा नहीं हुआ करता था, चीन इसी चोटी पर कब्जा करने की फिराक में था जिसे भारतीय जांबाजों ने नाकाम कर दिया. भारतीय सेना ने ब्लैक टॉप पोस्ट से ना सिर्फ चीनी सैनिकों को खदेड़ा बल्कि उस इलाके में लगे चीन के कैमरों और सर्विलांस उपकरणों को भी हटा दिया.
टेबल पर जारी बातचीत के बाद चीन को फिर झटका देते हुए भारतीय सेना ने लद्दाख में पैंगोंग इलाके में नॉर्थ फिंगर 4 को अपने कब्जे में ले लिया जिस पर चीन अपना दावा कर रहा था. जून महीने के बाद पहली बार भारतीय सेना के कब्जे में ये इलाका पूरी तरह से आ गया है. अब यहां से सबसे निकट की चीनी पोस्ट फिंगर 4 के ईस्ट हिस्से में हैं, जो भारतीय सेना की पॉजिशन से कुछ मीटर की दूरी पर है.
चीन के करीब 500 सैनिकों ने 29 अगस्त की रात भारत के इलाकों पर कब्जा करने की कोशिश की थी लेकिन भारत की स्पेशल फ्रंटियर फोर्स के जवान पहले से ही तैनात थे जिन्होंने पहले तो चीन के सैनिकों को घुसपैठ करने से रोका और फिर उन्हें वापस खदेड़ दिया.
दरअसल लद्दाख में हर रणनीतिक मोर्चे पर अब भारत ज्यादा मजबूत नजर आ रहा है जिससे चीन चिढ़ा हुआ है. ब्लैक टॉप और हेल्मेट टॉप जैसे पहाड़ी चोटियों पर भारतीय सेना के कब्जे के बाद भारत की स्थिति मजबूत हो गई है यानी अगर हालात बिगड़ते हैं तो हिंदुस्तान को एडवांटेज होगा.