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ऐसा गांव जहां जितने घर नहीं उससे ज्यादा फौजी बॉर्डर पर तैनात

ऐसा गांव जहां जितने घर नहीं उससे ज्यादा फौजी बॉर्डर पर तैनात
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वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर भारत-चीन सेना के बीच तनाव को लेकर लद्दाख इन दिनों चर्चा में है. लेकिन क्या आपको पता है कि एक तरफ चीन से और दूसरी तरफ पाकिस्तान से घिरे इस पहाड़ी जिले में एक गांव ऐसा भी है जिसे प्रचंड शूरवीरों का गांव कहा जाता है. इस गांव का नाम रामपुर है. आपको जानकर आश्चर्य होगा कि इस गांव के 63 घरों के 80 लोग भारतीय सेना में हैं.
ऐसा गांव जहां जितने घर नहीं उससे ज्यादा फौजी बॉर्डर पर तैनात
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इसलिए इस गांव को भारत के शूरवीरों का गांव कहा जाता है. हर घर से कोई न शख्स सेना में है और कई परिवार ऐसे हैं जिनके चार पांच सदस्य भारतीय सेना में शामिल होकर देश सेवा में जुटे हुए हैं.
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इस गांव में कई ऐसे परिवार भी है जिनकी पीढ़ियां सेना में अपनी सेवा देती आई हैं. ऐसे ही एक पूर्व फौजी सूबेदार अब्दुल बाकी तक हम पहुंचे. बाकी ने बताया कि उन्होंने 1962 भारत चीन युद्ध में हिस्सा लिया था.
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सेना के पूर्व सूबेदार अब्दुल बाकी ने बताया कि उस वक्त सेना के पास गाड़ी नहीं हुआ करती थी. हम याक फिर या घोड़े से पोस्ट तक जाया करते थे और वहां पेट्रोलिंग करते थे. उन्होंने कहा, उस दौरान ज्यादा कठिन चुनौतियां थीं. ऐसे हथियार थे जिन्हें एक बार चलाने के बाद उसके नोजल की सफाई करनी पड़ती थी.
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बाकी के मुताबिक उस वक्त ये डर था कि तिब्बत की तरह चीन लद्दाख पर भी कब्जा ना कर ले. उन्होंने बताया कि गांव से कई लोग 1962 की लड़ाई में शहीद हो गए थे. बाकी ने ताजा विवाद को लेकर कहा कि गलवान घाटी में उस वक्त चीन नहीं था लेकिन 1962 के बाद इन्होंने इस इलाके में घुसपैठ की है.
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बाकी ने आजतक से बातचीत में बताया कि चीन का मकसद है कि वो किसी तरह हिमाचल प्रदेश को भारत से काटकर अलग कर दे और वहां के सप्लाई चेन को रोक दे. बाकी ने कहा कि अब भारतीय सेना के पास बहुत कुछ है, अब हम किसी को भी हरा सकते हैं.

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वहीं दूसरे पूर्व सैनिक गुलाम हैदर ने बताया कि वो खुद 1971 का युद्ध लड़ चुके हैं जबकि उनके दोनों बेटे अभी भारतीय सेना में हैं. उन्होंने कहा कि इस गांव में हर आदमी का सपना होता है कि वो सेना में जाए और देश की सेवा करे.

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गांव में बातचीत के दौरान एक युवक ने बताया कि उसके दादा फौज में थे. युवक के मुताबिक उसके दो भाई सेना में शहीद हो चुके हैं और वो खुद सेना में भर्ती होने की तैयारी कर रहा है.

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