अभी भी गलवान घाटी, पैंगॉन्ग झील और दौलत बेग ओल्डी इलाके में चीनी सेना की तैनाती पहले जैसी बनी है. ऐसे में भारत किसी स्तर पर अपनी तैनाती को कम नहीं रखना चाहता है. कुछ दिन पहले वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया चीन से टकराव के बाद लेह पहुंचे थे. (फाइल फोटो)