पाकिस्तान ने भारत के साथ 'विनाशकारी जंग' की आशंका जताते हुए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद और संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतेरेस से इसे होने से रोकने के लिए 'निर्णायक कदम' उठाने की गुहार लगाई है.
पाकिस्तान के राजदूत मुनीर अकरम ने सुरक्षा परिषद की ओपन डिबेट में कहा, 'पाकिस्तान सुरक्षा परिषद और महासचिव से अनुरोध कर रहा है कि वे पाकिस्तान और भारत के बीच किसी विनाशकारी जंग को रोकने के लिए निर्णायक कदम उठाएं. साथ ही जम्मू-कश्मीर में मानवाधिकारों के घोर उल्लंघन और कश्मीरी लोगों को उनका आत्मनिर्णय का अधिकार दिलाने की पहल करें."
संयुक्त राष्ट्र चार्टर को सम्मान देने पर गुरुवार को हुई चर्चा में अकरम ने कश्मीर के मुद्दे पर ही जोर दिया और भारत के खिलाफ ऐसे आरोप लगाएं जो सच्चाई से कोसो दूर है. उन्होंने कहा कि 'कश्मीर में डेढ़ सौ दिन से कर्फ्यू लगा हुआ है. वहां संचार ब्लैकआउट की स्थिति है. सभी कश्मीरी नेता जेल में हैं. हजारों युवाओं पर जुल्म किया गया है.'
उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल ने पत्रकारों और पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट पर आधारित एक डोजियर सौंपा है 'जो कश्मीर में भय और आतंक के राज को स्पष्ट करता है.' पाकिस्तानी प्रतिनिधि ने कहा कि भारत से जो संकेत मिल रहे हैं, वे उसके पाकिस्तान के प्रति आक्रामक इरादों को बयान कर रहे हैं.
अकरम ने इस बात के पक्ष में भारत द्वारा जारी उस नक्शे का उल्लेख किया जिसमें पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर और गिलगित बाल्टिस्तान को भारतीय क्षेत्र के रूप में दिखाया गया है. उन्होंने कहा कि भारतीय विदेश मंत्री ने 'शेखी बघारी है' कि वे एक दिन इन इलाकों पर कब्जा कर लेंगे.