कैग के ताजा आंकड़ों के मुताबिक वित्तीय वर्ष 2008-09 में रेलवे का परिचालन
अनुपात 90.48 फीसदी 2009-10 में 95.28 फीसदी, 2010-11 में 94.59 फीसदी,
2011-12 में 94.85 फीसदी, 2012-13 में 90.19 फीसदी 2013-14 में 93.6 फीसदी,
2014-15 में 91.25 फीसदी, 2015-16 में 90.49 फीसदी, 2016-17 में 96.5
फीसदी और 2017-18 में 98.44 फीसदी तक पहुंच चुका है. लालू के दौर के बाद से ही भारतीय रेल एक बार फिर घाटे में जाने लगी.