एक किसान शिवाजी लोंढे ने बताया कि हमारे मवेशियों को एक नए वायरस ने घेरा है, जिनके शरीर पर गुठली जैसी हो जाती है. उसे बुखार आता है. वह जानवर महज बैठा रहता है, काम करने के मूड में नहीं रहता है, ना ही चारा खाता है. ऐसे में हम बड़ी चिंता में डूबे हुए हैं कि अब क्या करें. डॉक्टर के पास ले जाए तो कहते हैं कि इसकी कोई दवाई नहीं है. अब खेत का काम करना है, कैसे करें, इस चिंता में हम डूबे हुए हैं.