इजरायल में पिछले हफ्ते पुरिम फेस्टिवल हुआ था. इस फेस्टिवल में आमतौर पर छोटे बच्चे फैंसी ड्रेस पारंपरिक प्रार्थनाओं के लिए पहुंचते हैं. हर साल इस फेस्टिवल में कई बच्चे प्रिंस, प्रिंसेस और सुपरहीरो के आउटफिट्स में पहुंचते हैं लेकिन इस बार इस फेस्टिवल में सिर्फ 16 साल से ज्यादा उम्र के लोग ही नजर आए थे क्योंकि इस फेस्टिवल में सिर्फ ग्रीन पास यानी कोरोना पास से ही एंट्री हो सकती थी और ग्रीन पास हासिल करने की कम से कम उम्र 16 साल है.
ये घटना साबित करती है कि कैसे इजरायल कोरोना वायरस महामारी के चलते बदल गया है. हालांकि ये भी सच है कि इजरायल उन देशों में शुमार है जो इस महामारी को पीछे छोड़ रहा है. लाखों लोगों को मिली वैक्सीन और अब ग्रीन पासपोर्ट के सहारे इस देश के हालात तेजी से सामान्य हो रहे हैं. बता दें कि 90 लाख की जनसंख्या वाला इजरायल अपने आधे लोगों को वैक्सीन प्रदान कर चुका है.
ग्रीन पास यानी कोरोना वायरस पास को 21 फरवरी को इजरायल में रिलीज किया गया है. ये पास उस व्यक्ति को मिलता है जो दो बार वैक्सीन ले चुका है. सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त सर्टिफिकेट फोन में डाउनलोड किया जा सकता है और फिर इस सर्टिफिकेट में एक क्यूआर कोड को स्कैन करने के बाद इजरायल के हेल्थ रिकॉर्ड्स से कंफर्म किया जा सकता है कि इस शख्स ने कोरोना की दोनों वैक्सीन ली हैं या नहीं. इस सर्टिफिकेट को पेपर पर भी प्रिंट किया जा सकता है.
इस पासपोर्ट के लॉन्च के बाद कई इंडस्ट्री में चीजें बेहतर होने की उम्मीद जगी है. कोरोना पासपोर्ट का सिस्टम कैफे, बार, पब्स और रेस्टोरेंट्स जैसी जगहों पर भी लागू किया जा सकता है. तेल अवीव में पिछले 11 महीनों में पहली बार एक ग्रीन पास कॉन्सर्ट हुआ था जिसमें सिर्फ उन्हीं लोगों को एंट्री थी जिनके पास कोरोना पास था.
इसी तरह बार-इलान यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले रीफत को उम्मीद है कि इस ग्रीन पासपोर्ट के सहारे स्टूडेंट्स आपस में पढ़ पाएंगे और एक बार फिर सोशलाइज कर पाएंगे. हालांकि इसमें समस्या ये है कि कोरोना से युवाओं को तुलनात्मक रूप से कम है. यही कारण है कि इन्हें सबसे आखिर में वैक्सीन मिलेगी. लेकिन अच्छी बात ये है कि वैक्सीन के पॉजिटिव नतीजे आने पर स्टूडेंट्स भी इन वैक्सीन को लगवाने को लेकर प्राथमिकता देंगे.
ग्रीन पास के चलते पर्यटन इंडस्ट्री को भी उम्मीद बंधी है. इस मामले में कई टूर ऑपरेटर्स को लंबे समय के बाद टूर प्लान करने के कॉल्स आ रहे हैं. दरअसल इजरायल में एक बड़ी संख्या में लोग वैक्सीन लगवा चुके है. इसके अलावा ग्रीन पास के चलते इजरायल कई देशों की तुलना में सुरक्षित होने की तरफ कदम रख रहा है जिसके चलते कई पर्यटक इस देश को प्राथमिकता दे रहे हैं.