एक तरफ जहां पूरी दुनिया कोरोना वायरस जैसी महामारी से जूझ रही है वहीं जापान में बर्ड फ्लू ने विकराल रूप धारण कर लिया है. जापान के 10 राज्य इससे बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. वहां रिकॉर्ड स्तर पर बर्ड फ्लू का प्रभाव देखा जा रहा है जिसके बाद बड़ी संख्या में पक्षियों को मारकर दफनाने के आदेश दिए गए हैं.
जापान के कृषि मंत्रालय ने कहा है कि करीब 11,000 पक्षियों को मारकर उन्हें दफन किया जाएगा. यह फैसला दक्षिण-पश्चिम जापान के शिगा प्रान्त में हिगाशीओमी शहर में एक पोलेट्री फॉर्म में अंडे से एवियन इन्फ्लूएंजा फैलने के बाद लिया गया था. इसके अलावा कागवा प्रांत में भी भी बर्ड फ्लू का नया प्रकोप देखा जा रहा है. इसकी शुरुआत पिछले महीने हुई थी.
संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन (एफएओ) के अनुसार, जापान और पड़ोसी दक्षिण कोरिया में फैली यह महामारी दुनिया भर में मुर्गों की मौत के लिए जिम्मेदार दो अलग-अलग उच्च रोगजनक एवियन इन्फ्लूएंजा (एचपीएआई) में से एक है. यह सबसे पहले यूरोप में जंगली पक्षियों में पैदा हुआ था.
एफएओ के एक वरिष्ठ पशु स्वास्थ्य अधिकारी मधुर ढींगरा ने कहा, "जापान में पाया जाने वाला वायरस आनुवंशिक रूप से हाल के कोरियाई वायरस और इस तरह 2020 की शुरुआत में यूरोप में वायरस से संबंधित हैं. "इसका मतलब ये है कि वर्तमान में पूर्वी एशिया और यूरोप में दो अलग-अलग एच 5 एन 8 एचपीएआई वायरस मौजूद हैं जो महामारी फैला रहे हैं.