ट्रंप समर्थकों द्वारा हिंसा की आशंका के बीच जो बाइडेन अमेरिका के नए राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे जिसकी सभी तैयारियां लगभग पूरी हो गई हैं. बीते साल दिसंबर महीने में अमेरिका में हुए राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडेन ने मौजूदा राष्ट्रपति ट्रंप और उनकी पार्टी रिपब्लिकन को भारी मतों से हरा दिया था. हालांकि इसके बाद भी ट्रंप चुनाव नतीजों को मानने के लिए तैयार नहीं हुए और हालात यहां तक पहुंच गए कि उनके समर्थकों ने यूएस कैपिटल बिल्डिंग में अवैध तरीके से घुसकर हिंसा तक कर डाली. (सभी तस्वीरें - रॉयटर्स)
बता दें कि एफबीआई ने डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडेन के शपथग्रहण के दौरान और उसके बाद राजधानी वाशिंगटन और सभी 50 राज्यों की राजधानियों में सशस्त्र विरोध की चेतावनी जारी की है. इसके बाद शपथग्रहण स्थल से लेकर पूरे वाशिंगटन में बड़े पैमाने पर सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है. शपथग्रहण स्थल पर पुलिस के अलावा सैनिकों को भी सुरक्षा ड्यूटी में लगाया गया है. सुरक्षा को देखते हुए ही पहले ही वाशिंगटन डीसी में लॉकडाउन लगा दिया गया है. अधिकतर सड़कों को बंद कर दिया है ताकि किसी को भी अशांति फैलाने का कोई मौका ना मिले.
बाइडेन के शपथग्रहण के दौरान और उसके बाद शांति भंग ना हो इसके लिए सोशल मीडिया कंपनी फेसबुक ने पूरे देश में हथियारों, उससे जुड़े सामानों और सुरक्षात्मक उपकरणों के विज्ञापन पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है. इतना ही नहीं पूरे अमेरिका में फेसबुक ने ऐसे सभी कार्यक्रमों के पेज क्रिएशन पर पाबंदी लगा दी है जिसमें ट्रंप समर्थकों द्वारा विरोध- प्रदर्शन की संभावना है.
तीन अमेरिकी सीनेटरों ने शुक्रवार को फेसबुक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मार्क जुकरबर्ग को एक पत्र भेजा था, जिसमें उन्हें उन उत्पादों के विज्ञापन को स्थायी रूप से प्रतिबंधित करने के लिए कहा था जो स्पष्ट रूप से सशस्त्र युद्ध में उपयोग किए जाने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं.
बाइडेन 20 जनवरी को अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे. साथ ही भारतीय मूल की कमला हैरिस उपराष्ट्रपति बनेंगी. वो इस पद पर पहुंचने वाली भारतीय मूल की पहली महिला हैं.
बाइडेन के शपथ लेने के बाद डोनाल्ड ट्रंप 20 जनवरी को ही व्हाइट हाउस से विदा हो जाएंगे. हालांकि अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक डोनाल्ड ट्रंप, मेलानिया ट्रंप जब व्हाइट हाउस से विदा ले रहे होंगे तो वो वहां बाइडेन का स्वागत करने के लिए मौजूद नहीं रहेंगे, हालांकि अभी तक ऐसा ही देखा जाता रहा है कि पुराना राष्ट्रपति नए राष्ट्रपति का व्हाइट हाउस में स्वागत करता है और उन्हें राष्ट्रपति की कुर्सी पर बैठाता है.