तालिबान के अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद काबुल एयरपोर्ट पर आत्मघाती धमाका हुआ था जिसमें 13 अमेरिकी सैनिक समेत 200 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी. आईएसआईएस-के ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी जिसके बाद अमेरिका ने बदला लेने के लिए एयरस्ट्राइक किया था और दावा किया था कि इसमें काबुल एयरपोर्ट हमले का मास्टरमाइंड भी मारा गया. अब अमेरिकी दावे पर ही सवाल उठने लगे हैं. (तस्वीर - स्क्रीनशॉट)
न्यूयॉर्क टाइम्स की एक चौंकाने वाली नई रिपोर्ट में खुलासा किया गया है कि अमेरिका ने जिस जगह पर एयरस्ट्राइक किया था वहां वास्तव में एक सहायता कर्मी (ड्राइवर) को निशाना बनाया गया था, जिसकी कार विस्फोटक की जगह पानी के जग से भरी हुई थी. (तस्वीर - स्क्रीनशॉट)
न्यूयॉर्क टाइम्स की जांच रिपोर्ट के अनुसार 29 अगस्त को जिस वक्त अमेरिका द्वारा एयरस्ट्राइक किया गया था उस वक्त 43 साल के जेमारी अहमदी 1996 मॉडल की एक टोयोटा कोरोला कार चला रहे थे, जो हमले में नष्ट हो गई. इस एयरस्ट्राइक में जेमारी और सात बच्चों सहित परिवार के नौ सदस्यों की मौत हो गई थी. (तस्वीर - स्क्रीनशॉट)
हालांकि, पेंटागन ने एयरस्ट्राइक के बाद कहा था कि केवल तीन नागरिकों की मौत हुई है, अब परिवार ने अखबार को विस्तार से बताया है कि विस्फोट में उनके 10 रिश्तेदार कैसे मारे गए. (तस्वीर - स्क्रीनशॉट)
न्यूयॉर्क टाइम्स ने गवाहों और निगरानी का हवाला देते हुए वीडियो फुटेज जारी किया और दावा किया कि जिस कार को एयर स्ट्राइक में उड़ाया गया उसमें पानी से भरे जग के अलावा कुछ भी लोड नहीं था. (तस्वीर - Getty)
अमेरिकी एयरस्ट्राइक में मारे गए अहमदी के भाई इमल ने अखबार को बताया, 'मारे गए सभी लोग निर्दोष थे, अहमदी ने अपने अंतरराष्ट्रीय सहायता कार्य के आधार पर अमेरिका से शरणार्थी का दर्जा मांगा था. 'आप कहते हैं कि उसका संबंध ISIS से था, लेकिन उसने अमेरिकियों के लिए काम किया.' (तस्वीर - Getty)
वहीं इसके उलट पेंटागन ने जोर देकर कहा है कि अहमदी की गतिविधियों ने उसे ISIS-K के एक सुरक्षित ठिकाने से जोड़ा था और उसके वाहन में विस्फोटक था जिसका इस्तेमाल काबुल एयरपोर्ट पर निकासी के अंतिम घंटों में अमेरिकी सैनिकों पर हमले के लिए किया गया था. (तस्वीर - Getty)
अमेरिकी ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ के चेयरमैन मार्क ए मिले ने पिछले हफ्ते दावा किया था कि अहमदी 'आईएसआईएस का सूत्रधार' था. बता दें कि एयर स्ट्राइक हमला उस घर में हुआ था जहां अहमदी अपने तीन भाइयों और उनके परिवारों के साथ रहता था. (तस्वीर - स्क्रीनशॉट)
हमले के कुछ दिनों बाद, राष्ट्रपति जो बाइडेन ने एक भाषण दिया था जिसमें उन्होंने 31 अगस्त की समय सीमा तक अफगानिस्तान में अमेरिकी सैनिकों की वापसी को जिक्र किया था. उन्होंने बिना जमीन पर उतरे आतंकवादियों और उनके ठिकानों पर हमला करने की अमेरिका की क्षमता का जिक्र किया था. (तस्वीर - Getty)
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक 29 अगस्त के इस एयर स्ट्राइक के बाद कितने आम लोगों की मौत हुई इसका उल्लेख और आकलन करने में वो (राष्ट्रपति) विफल रहे थे. इसके साथ ही यह भी नहीं बताया कि हमले में 7 बच्चों की भी मौत हो गई थी. (तस्वीर - Getty)