आपने अब तक आमतौर पर ऐसे ज्वालामुखी के बारे में सुना होगा जिससे आग निकलती है और लावा फूटते हैं लेकिन क्या कभी बर्फ के ज्वालामुखी के बारे में देखा या सुना है. जी हां, कजाकिस्तान के अल्माटी प्रांत में एक ऐसा रहस्यमयी ज्वालामुखी है जो बर्फ का है और इसलिए इसे आइस वोल्कैनो भी कहते हैं.
अल्माटी के केगन और शरगानक गांव के बीच करीब 45 फीट ऊंचा बर्फ का टीला उभर आया है जिसे आइस वोल्कैनो कहा जा रहा है. सबसे खास बात ये है कि इसे बर्फ के ज्वालामुखी से खौलता हुआ पानी बाहर निकल रहा है जो तुरंत बर्फ में तब्दील हो जाता है.
नूर सुल्ताना से चार घंटे की दूरी पर मौजूद इस अजीबोगरीब ज्वालामुखी को देखने के लिए इस कड़ाके की सर्दी में भी सैकड़ों पर्यटक पहुंच रहे हैं. बता दें कि ऐसे ज्वालामुखी बर्फ की चट्टानों के बीच जमीन में हलचल के कारण बनते हैं. ऐसे ज्वालामुखी के लिए कम तापमान और तीन फीट तक बर्फ जमा होना आवश्यक होता है.
धरती में हलचल के बाद गर्म पानी जब सतह से फव्वारे के रूप में आता है तो सर्द हवा में जम जाता है और उससे गर्म लावा के निकलने की प्रक्रिया जारी रहती है. आसपास बर्फ जमा होने से यह आइस वोल्कैनो कहलाता है.