लॉर्ड्स टेस्ट(Lords Test) में जीत दर्ज करने के बाद भारत ने हेडिंग्ले टेस्ट(Headingley test) में इंग्लैंड के सामने घुटने टेक दिए. जाहिर है, टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली(Virat Kohli) अपनी टीम के इस प्रदर्शन से निराश रहे होंगे. हेडिंग्ले टेस्ट खत्म होने के बाद कोहली की प्रेस कॉन्फ्रेंस का कुछ हिस्सा भी वायरल हो रहा है जिसमें एक खेल पत्रकार को दिए गए जवाब के बाद से ही कोहली(Virat Kohli) के बयान को लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं. (फोटो क्रेडिट: AP)
इस खेल पत्रकार ने सवाल पूछते हुए कहा कि 'विराट आपने कहा कि इंग्लैंड की टीम बल्लेबाजी करते हुए ज्यादा मजबूत दिखी. तो क्या आपको लगता है कि टीम इंडिया बैकफुट पर खेलने में नाकाम रही और बैकफुट पर खेलना आपकी रणनीति का महत्वपूर्ण हिस्सा होने जा रहा है?' (फोटो क्रेडिट: AP)
कोहली ये सवाल सुनकर थोड़ा इरिटेटेड नजर आए. उन्होंने कहा कि ईमानदारी से कहूं तो मुझे नहीं पता कि इस सवाल का क्या जवाब देना है. आप कैसे किसी गेंद को बैकफुट पर खेल सकते हैं जब वो गेंद बैक ऑफ लेंथ ही ना हो? अगर आपको 80 प्रतिशत गेंद लेंथ पर मिल रही हैं तो जाहिर है बल्लेबाज उन्हें फ्रंटफुट पर ही खेलेगा, बैकफुट पर नहीं. (फोटो क्रेडिट: AP)
इस जर्नलिस्ट ने कोहली के जवाब में कहा कि जाहिर है, इंग्लैंड की टीम पैड्स पर फुल लेंथ गेंदबाजी कर रही थी, लेकिन ऐसा लगा कि जब भारतीय बल्लेबाजों के पास बैकफुट पर जाकर रन बनाने के मौके थे, तो खिलाड़ियों ने उन मौकों को काफी गंवाया. कोहली इस प्रतिक्रिया से खास इंप्रेस नहीं नजर आए.(फोटो क्रेडिट: AP)
विराट कोहली ने इसके बाद थोड़ी देर चुप रहने के बाद जवाब दिया- ओके. थैंक्स. कोहली का दो शब्दों का जवाब सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा. जहां कई लोग कोहली के इस एटीट्यूड की आलोचना करते दिखे वहीं कई सोशल मीडिया यूजर्स ने उन्हें सपोर्ट भी किया. बता दें कि विराट कोहली की फॉर्म भी फैंस के लिए चिंता का सबब बनी हुई है. (फोटो क्रेडिट: AP)
एक सोशल मीडिया यूजर ने लिखा कि इसमें कोई दो राय नहीं कि कोहली इस खेल पत्रकार से ज्यादा क्रिकेट जानते हैं और इसलिए वे टीम इंडिया के कप्तान हैं. लेकिन उन्हें भी कोई हक नहीं है कि वे पत्रकारों के जरूरी सवालों का जवाब देने के बजाय हार का फ्रस्ट्रेशन उन पर उतारें. कोहली को ऐसा करने की जगह थोड़े रन बनाने के बारे में सोचना चाहिए. (फोटो क्रेडिट: AP)
इसके अलावा एक और सोशल मीडिया यूजर ने लिखा कि भारत की गेंदबाजी समस्या नहीं है बल्कि कोहली का अहंकार और ईगो है. वो जैसे प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे, ऐसा लग रहा था कि हार की गलती टीम इंडिया की नहीं बल्कि पत्रकारों की है. हमें टीम इंडिया को जीतते हुए देखना पसंद है और किसी कप्तान के एक्सप्रेशन्स या हाव-भाव से हमें मतलब नहीं है. (फोटो क्रेडिट: AP)
हालांकि कुछ लोगों ने कोहली को सपोर्ट भी किया. एक सोशल मीडिया यूजर का कहना था कि विराट कोहली ने इस मौके पर जबरदस्त सेल्फ कंट्रोल दिखाया है. जिस शख्स को क्रिकेट को लेकर खास ज्ञान नहीं है वो एक ऐसे क्रिकेटर को सिखा रहा है जो पिछले 20 सालों से यही काम कर रहा है. कोहली को सिर्फ अपने गेम पर फोकस करना चाहिए और उन्हें इन सवालों को लेकर परेशान होने की जरूरत नहीं है. (फोटो क्रेडिट: AP)
Remarkable self-control by @imVkohli.
— Amit Varma (@amitvarma) August 28, 2021
In a sense, it's a classic Twitter moment. Person with zero knowledge & zero self-awareness tries to give random gyan to actual practitioner.pic.twitter.com/P3FoLVxllD