महिला संगठन स्वयं की फाउंडर अनुराधा कपूर ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में बताया,
किसी की सहमति के विरुद्ध संबंध बनाना ही रेप है. महिला
शादीशुदा है, इसलिए उससे ना कहने का अधिकार नहीं छिन जाता है. पति का पत्नी
के शरीर पर अधिकार नहीं है इसलिए उसकी सहमति जरूरी है.
उन्होंने बताया कि मैरिटल रेप के अधिकतर मामले घरेलू हिंसा कानून या दहेज विरोधी कानून के तहत दर्ज किए जाते हैं.
(प्रतीकात्मक तस्वीर)