scorecardresearch
 
Advertisement
ट्रेंडिंग

बॉर्डर पर फंसे 400 मजदूर, यूपी-राजस्थान पुलिस में हुई मारपीट

बॉर्डर पर फंसे 400 मजदूर, यूपी-राजस्थान पुलिस में हुई मारपीट
  • 1/5
कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए देशभर में लॉकडाउन लागू किया गया. लेकिन प्रवासी मजदूरों को रोक पाना हर राज्य के लिए बड़ी चुनौती बनता जा रहा है. इसी मामले में उत्तर प्रदेश और राजस्थान के पुलिसकर्मियों के बीच झड़प हो गई. इस दौरान उत्तर प्रदेश के दो उपनिरीक्षक घायल हुए. पुलिस के अनुसार यह झड़प रविवार सुबह उत्तर प्रदेश-राजस्थान सीमा पर हुई.

(Photo Aajtak)
बॉर्डर पर फंसे 400 मजदूर, यूपी-राजस्थान पुलिस में हुई मारपीट
  • 2/5
जानकारी के मुताबिक राजस्थान के पुलिसकर्मियों ने श्रमिकों को मागोरा थानांतर्गत जाजमपट्टी सीमा के जरिए उत्तर प्रदेश में प्रवेश कराने की कोशिश की. आरोप है कि राजस्थान के पुलिसकर्मियों ने मथुरा की सीमा पर लगा बैरियर तोड़ डाला. जिससे कई श्रमिक बिना जांच के यूपी में प्रवेश कर गए. रविवार सुबह मथुरा जिले के आला अधिकारियों ने मौका मुआयना किया और भरतपुर में पुलिस के अधिकारियों से बात कर मामले को शांत कराया.

(Photo Aajtak)
बॉर्डर पर फंसे 400 मजदूर, यूपी-राजस्थान पुलिस में हुई मारपीट
  • 3/5
राजस्थान के भरतपुर में देश के अलग-अलग राज्यों से आए करीब 400 प्रवासी मजदूर रह रहे हैं. बिहार और झारखंड लौट रहे मजदूरों को यूपी में प्रवेश रोक दिया गया है.  राजस्थान पुलिस और यूपी पुलिस के बची इसी मसले पर रविवार को बवाल खड़ा हो गया. यूपी पुलिस सिर्फ उन्हीं लोगों को अपनी सीमा में प्रवेश दे रही थी जिनके पास उत्तर प्रदेश का आधार कार्ड या अन्य दस्तावेज था.

(Photo Aajtak)
Advertisement
बॉर्डर पर फंसे 400 मजदूर, यूपी-राजस्थान पुलिस में हुई मारपीट
  • 4/5
दोनों राज्यों की पुलिस में विवाद इतना बढ़ गया कि कुछ पुलिसकर्मियों के चोट लगने की भी बात सामने आई है. यूपी के मगोरा थाने के एसआई पुष्पेंद्र का आरोप है कि कहासुनी के बीच भरतपुर उद्योग थाना प्रभारी सीपी चौधरी और अन्य ने उन पर डंडे बरसाए.

(Photo Aajtak)

बॉर्डर पर फंसे 400 मजदूर, यूपी-राजस्थान पुलिस में हुई मारपीट
  • 5/5
वहीं भरतपुर के गांव में इतनी बड़ी संख्या में रोके गए प्रवासी मजदूरों को लेकर ग्रामीणों में बेहद नाराजगी है. अब गांव वालों को डर सता रहा है कि यदि इन लोगों में किसी को कोरोना संक्रमण हुआ तो इससे गांव में बड़ी विपदा आ सकती है. ग्रामीण जिला प्रशासन से गुहार लगा रहे हैं कि इन मजदूरों को कहीं दूसरी जगह जगह भेजा जाए. जिससे ग्रामीण कोरोना माहमारी से बच सकें. 

(Photo Aajtak)
Advertisement
Advertisement