आरोपी डॉक्टर विवेक तिवारी ने अपने कबूलनामे में बताया कि योगिता के साथ उसके 7 साल से रिलेशन थे. मंगलवार शाम को वह, योगिता से मिलने जालौन से आगरा आया था. वह जब उसकी कार में बैठी तो बहुत तेज झगड़ा शुरू हो गया. इससे तैश में आकर मैंने योगिता की गर्दन दबा दी. मुझे जब लगा कि उसकी मौत नहीं हुई है तो गाड़ी में रखे चाकू से तड़पा-तड़पाकर हत्या कर दी और बॉडी को एक खाली प्लॉट में फेंक दिया.