दरअसल, लीलाराम और उनका परिवार 90 की दशक में पाकिस्तान से भारत आकर रहने लगा था. 2007 में लीलाराम की शादी एक पाकिस्तानी लड़की जनता से हुई और वह भी यहां आकर रहने लगी. करीब सात साल पहले लीलाराम और उसके तीनों बच्चों को तो भारत की नागरिकता मिल गई लेकिन पत्नी की नागरिकता पेंडिंग थी.