लीबिया (Libya) के पूर्व तानाशाह शासक रहे कर्नल मुअम्मर अल गद्दाफी (Colonel Gaddafi) का बेटा रहस्यमय तरीके से फिर से दुनिया के सामने आ गया है. अब उसका कहना है कि वह युद्धग्रस्त देश लीबिया को चलाना चाहता है. उसने लीबिया में राष्ट्रपति चुनाव में अपनी दावेदारी की संभावना से भी इनकार नहीं किया है.
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आपको बता दें कि कर्नल गद्दाफी के बेटे का नाम सैफ अल-इस्लाम गद्दाफी (Saif al-Islam Gaddafi) है. 49 वर्षीय सैफ अल-इस्लाम को 2011 में पिता कर्नल गद्दाफी के तख्तापलट के कुछ ही दिनों बाद पकड़ लिया गया था. इसके बाद सैफ को मौत की सजा सुनाई गई. अभी तक कई लोग उसे मृत मानकर चल रहे थे.
गौरतलब है कि 2011 में ही लीबिया की राजधानी त्रिपोली पर विद्रोहियों ने नियंत्रण कर लिया था. इसके बाद तानाशाह शासक कर्नल गद्दाफ़ी की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी.
गद्दाफ़ी को मारने के बाद उनके बेटे सैफ अल-इस्लाम को भी मौत की सजा सुनाई गई थी, क्योंकि सैफ को अपने पिता गद्दाफ़ी का उत्तराधिकारी माना जाने लगा था. हालांकि, लंबे समय के बाद सैफ अल-इस्लाम ने दुनिया के सामने आकर कई लोगों को चौंका दिया है.
49 वर्षीय इस्लाम ने अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि वह लीबिया को एकजुट करना चाहते हैं, जो कि उनके पिता के मारे जाने के बाद से गृहयुद्ध से बिखर गया है. उन्होंने कहा कि मैं 10 साल से लीबिया के लोगों से दूर हूं. लेकिन अब अतीत में लौटने का समय आ गया है.
मालूम हो कि जून 2014 के बाद से सैफ अल-इस्लाम को न तो देखा गया था ना ही सुना गया. इस्लाम ने इंटरव्यू में कहा कि अब वो राजनीतिक वापसी की तैयारी कर रहे हैं. उन्होंने दावा किया कि उन्हें कैद करने वाले लोग अब उनके 'दोस्त' बन गए हैं.
हालांकि, सैफ अल-इस्लाम द्वारा लीबिया की राजनीति में किसी भी संभावित वापसी को बाधाओं का सामना करना पड़ेगा. लेकिन कर्नल गद्दाफी के ब्रिटेन में पढ़े-लिखे बेटे सैफ का कहना है कि वो देश को एकजुट करने में जरूर सफल होंगे.
सैफ अल-इस्लाम को 2016 में रिहा कर दिया गया था, लेकिन सार्वजनिक रूप से नहीं देखा गया, जिससे अटकलें लगाई जा रही थीं कि वह मर चुके हैं. उनके पिता कर्नल गद्दाफी ने लीबिया पर लंबे समय तक शासन (Gaddafi Dictatorship Libya) किया. उन्होंने 1969 में लीबिया की सत्ता पर कब्जा कर लिया था. बाद में विद्रोहियों ने उनकी हत्या कर दी. उन पर वैश्विक आतंकवाद के प्रायोजक होने का आरोप लगाया गया.