लीबिया के आंतरिक मामलों के मंत्री फथी बाशागा ने दावा किया है कि वो रविवार को एक "सुनियोजित" हत्या की साजिश से बाल-बाल बच गए. उन्होंने कहा कि राजधानी त्रिपोली में मोटरसाइकिल सवार बंदूकधारी हमलावरों ने उनके काफिले पर हमला किया.
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स से बात करते हुए बशागा ने कहा, एक वाहन उनके काफिले में घुसने की कोशिश करने लगा और उस पर मौजूद लोगों ने गोलियां चलाईं. इस गोलीबारी में उनके एक सुरक्षा गार्ड की मौत हो गई जबकि सुरक्षाकर्मियों की जवाबी कार्रवाई में एक हमलावर भी मारा गया.
उन्होंने कहा, "यह संयोग से नहीं हुआ बल्कि अच्छी तरह से पूर्व नियोजित हमला था," बाशागा ने बताया कि हमले के बाद उनके गार्ड ने वाहन का पीछा किया जिस दौरान वो पलट गया. उन्होंने कहा कि दो लोगों को हमला करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है.
निवर्तमान प्रधानमंत्री फ़ैज़ अल-सरराज द्वारा स्थापित एक सशस्त्र बल ने ऑनलाइन जारी किए गए एक बयान में कहा कि बशागा के पहरेदारों ने अपने ही काफिले के एक वाहन में आग लगा दी थी.
त्रिपोली में यूएन के दूत जान कुबिस ने इस घटना की निंदा की और जांच कराने की मांग की है. उन्होंने ट्विटर पर लिखा, "इस तरह की लापरवाही स्थिरता और सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करती है और राजनीतिक प्रक्रिया को पटरी पर लाने में बाधक है."
यह घटना अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि बाशागा, लीबिया के युद्धरत गुटों को एकजुट करने के उद्देश्य से यू.एन. के नेतृत्व वाली प्रक्रिया में चयनित एक नई अंतरिम सरकार के लिए रास्ता बनाने की तैयारी कर रहे हैं. बाशागा प्रधानमंत्री बनने के लिए एक उम्मीदवार थे लेकिन हारने के बाद उन्होंने नए प्रशासन के समर्थन में सार्वजनिक बयान दिए हैं.
आंतरिक मंत्री के रूप में, बाशागा ने 2011 के विद्रोह के बाद से पश्चिमी लीबिया में जमीन पर सत्ता में रहे सशस्त्र समूहों पर लगाम लगाने का वादा किया था लेकिन ऐसा करने में वो बहुत सफल नहीं हुए.हाल के दिनों में लीबिया में अपेक्षाकृत शांति रही है, लेकिन शनिवार और रविवार के बीच मध्य त्रिपोली में लोगों ने भारी गोलाबारी की आवाजें सुनी हैं. रविवार की देर रात सिटी सेंटर में भी गोलीबारी हुई . लीबिया में अमेरिकी राजदूत रिचर्ड नोरलैंड ने एक बयान में इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि बाशागा के "दुष्ट उग्रवादियों के प्रभाव को समाप्त करने के अभियान का हम पूरा समर्थन करते हैं."