एकता में शक्ति जैसी बातें तो हमेशा से होती है लेकिन कानपुर के उदयापुर गांव के लोगों ने इस बात को सार्थक कर दिखाया है. जब लाखों बार गुहार लगाने के बाद उनकी नहीं सुनी गई तो ग्रामीणों ने एकता दिखाकर अपना काम सिद्ध कर दिखाया.
उदयापुर गांव कानपुर शहर से लगभग 50 किलोमीटर दूर है. इस गांव के बगल में रिन्द नदी बहती है. गांव वालों को दूसरे गांव जाने के लिए इस नदी को पार करना होता था लेकिन नदी पर पुल न होने के कारण बहुत दिक्कत आती थी या फिर गांव वालों को 15 किलोमीटर का फेरा लगा कर जाना होता था.
गांव वालों ने प्रशासन से लेकर जन प्रतिनिधियों के आगे-पीछे खूब चक्कर लगाए लेकिन उनकी परेशानी का हल किसी ने नहीं किया. आखिर में गांव वालों ने एकजुट होकर अपने जुगाड़ से नदी पर पुल बना डाला.
ये पुल 60-70 मीटर लम्बा है और डेढ़ मीटर चौड़ा जिस पर बाइक और गांव वाले आसानी से आ-जा सकते हैं. इस पुल को बनाने के लिए बिजली के टूटे खम्भों को ट्रैक्टर और हाइड्रा मशीन के सहारे नदी में गाड़ा.