महाराष्ट्र के वाशिम ज़िले में छोटी सी दुकान चलाने वाले गरीब अब्दुल गफ्फार ने जब अपने घर का 2 महीनों का बिजली का बिल देखा तो उनके होश उड़ गए. अब्दुल गफ्फार के मुताबिक, बीते दिसंबर महीने और इस वर्ष के जनवरी महीने का बिजली बिल 67,000 रुपये आया है. (इनपुट-जाका खान)
आपको जानकर हैरानी होगी किसी तरह जिंदगी बसर कर रहे बिजली के उपकरणों के नाम पर गफ्फार के घर में 1 पंखा, 2 सीएफएल और 12 इंच का टीवी ही है. अब्दुल गफ्फार घर के सामने ही 4x4 की छोटी सी दुकान है, जिसमें वह गोलियां-बिस्किट के साथ-साथ चिप्स और कुरकुरे बेचकर अपना घर चलाते हैं.
इसके अलावा उन्हें महाराष्ट्र सरकार की श्रावणबाल योजना के तहत प्रति माह 1000 रुपये मिलते हैं. दरअसल, मामला वाशिम जिले के करंजा शहर का है. अब्दुल गफ्फार ने नवंबर 2020 तक बिल का भुगतान किया है. उनका नवंबर में 410 रुपये का बिल आया था जो कि वह अदा कर चुके हैं. उन पर बिजली विभाग का किसी महीने का बिल बकाया नहीं है.
अब्दुल गफ्फार ने कहा है कि उनके पेट में बड़ी गांठ है जिसके इलाज के लिए वह चंदे के रूप में मदद मांग रहे हैं और उन्हें कोई बेटा भी नहीं है. वहीं, पूरे महाराष्ट्र में बिजली विभाग से आने वाले बिजली बिल से उपभोक्ता असंतुष्ट हैं. लोग बढ़े हुए बिलों की शिकायत लेकर बिजली वितरण कार्यालय के चक्कर काटते नज़र आ रहे हैं.
दूसरी तरफ, शहर के भीकमचंद गुगलिया का कहना है कि वह पिछले 20 वर्षों से बिजली विभाग के ग्राहक हैं और इन सभी वर्षों में उन्हें कभी भी 400 यूनिट का बिल नहीं दिया गया है, लेकिन उन्हें पिछले 4 महीनों का 1600 यूनिट का बिल दिया गया है. वह बिल का भुगतान करने के लिए तैयार है, लेकिन उन्होंने बिजली विभाग के अधिकारियों से विनती की है कि इतने यूनिट कैसे आये वह समझाएं. वहीं, बिजली विभाग के कार्यकारी अभियंता तायड़े ने फोन पर कहा है कि वह जांच करेंगे.