दुनियाभर में कोरोना वायरस से संक्रमित होने वाले लोगों की संख्या बढ़ रही है. तमाम देश पूरी ताकत से कोरोना से लड़ रहे हैं. लेकिन दुनिया के सबसे ताकतवर देश समझे जाने वाले अमेरिका में भी कई सवाल उठ रहे हैं. अमेरिका में लगातार कोरोना वायरस टेस्ट की कमी का मुद्दा सामने आ रहा है. वहीं, एक ऐसे शख्स की मौत हो गई जिनका तीन बार डॉक्टरों ने टेस्ट करने से मना कर दिया था. (प्रतीकात्मक फोटो)
डेली मेल की खबर के मुताबिक, अमेरिका के मिसौरी में रहने वाले 74 साल के डेनिस विल्सन पहली बार 12 मार्च को बीमार पड़े थे और डॉक्टर के पास गए थे. उनकी पत्नी जोना का कहना है कि वे तीन बार डॉक्टर से मिलने हॉस्पिटल गए, लेकिन बीमार होने के बावजूद उनका टेस्ट समय पर नहीं किया गया.
पत्नी जोना के मुताबिक, डॉक्टरों ने कहा कि आपके शरीर में इतने अधिक लक्षण नहीं हैं कि आपका कोरोना वायरस टेस्ट किया जाए. बाद में वे इतने बीमार पड़ गए कि एंबुलेंस से हॉस्पिटल ले जाए गए.
शनिवार को डेनिस की मौत हो गई. उनकी पत्नी जोना ने फेसबुक पर लिखा- 'लड़ाई खत्म हो गई.' वहीं, डेनिस की तरह अमेरिका में काफी लोग इस बात की शिकायत कर रहे हैं कि उनका कोरोना वायरस का टेस्ट नहीं हो रहा है.
न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका में प्रभावशाली लोग, सेलिब्रेटी, नेता और अमीर आसानी से कोरोना वायरस का टेस्ट करवा ले रहे हैं. बास्केटबॉल एसोसिएशन की कई टीमों ने अपने सभी खिलाड़ियों का कोरोना वायरस टेस्ट करवा लिया.
जोना ने कहा कि 15 मार्च को डॉक्टरों ने उनका एक्सरे किया था और पाया था कि डेनिस निमोनिया से पीड़ित हैं. डॉक्टर ने उन्हें कोरोना वायरस का संदिग्ध जानते हुए भी टेस्ट नहीं किया. बाद में हॉस्पिटल में भर्ती किए जाने के बाद उनका कोरोना वायरस टेस्ट किया गया जो पॉजिटिव आया. मौत से पहले का उनका एक हफ्ता बेहद दर्द में गुजरा.
बता दें कि अमेरिका में 46,370 से अधिक लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं. जबकि 580
से अधिक लोगों की मौत हो गई है. दुनिया में संक्रमित लोगों की संख्या 3,81,
400 से अधिक हो चुकी है.