आमतौर पर नौकरी पाने के लिए हर शख्स इंटरव्यू में कुछ ना कुछ झूठ बोल देता है लेकिन एक आदमी सिर्फ पांच मिनट में ही उस नौकरी के रेस से बाहर हो गया. अब आप सोच रहे होंगे आखिर उसने ऐसा क्या कर दिया कि इंटरव्यू पूरा होने से पहले ही उसे नौकरी से हाथ धोना पड़ा. दरअसल जिस दफ्तर में उस युवक को नौकरी मिलनी थी वहां उसने एक गलती की वजह से नौकरी का मौका गंवा दिया जो उसने सपने में भी नहीं सोचा था. यह पूरा वाकया तब सामने आया जब रेडिट यूजर्स u/sawta2112 को लाइफ प्रो टिप्स फोरम पर कंपनी की तरफ से नौकरी नहीं मिलने के सवाल पर जवाब दिया गया. यह स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. हालांकि कंपनी के नाम के बारे में कोई जानकारी सामने नहीं आई है.
दफ्तर में वह जब इंटरव्यू देने पहुंचा तो वहां मौजूद 'रिसेप्शनिस्ट' से उसने बेहद ही रूखा व्यवहार किया और उससे बाकी जानकारी लेकर आगे इंटरव्यू देने बढ़ गया. उसके अच्छे इंटरव्यू के बाद भी जब चयन नहीं हुआ तो उसने जानने की कोशिश की आखिर उससे कहां गलती हो गई. उसने कंपनी से कारण पूछा तो उसे पता चला दफ्तर में प्रवेश करते ही जिस 'रिसेप्शनिस्ट' से उसने बुरा और बेहद रूखा व्यवहार किया था असल में वो ही कंपनी की प्रबंधक थी और ये उनका इंटरव्यू लेने का तरीका था. वो आवेदकों के व्यवहार को देखने के लिए खुद 'रिसेप्शनिस्ट' बनकर उसकी परीक्षा ले रही थी.
कंपनी की प्रबंधक ने 'रिसेप्शनिस्ट' के रूप में खुद को प्रस्तुत किया था ताकि वो नौकरी के लिए वहां पहुंचे लोगों के व्यक्तित्व की जांच कर सके. उस व्यक्ति के नौकरी पाने में असफल रहने पर रेडिट पोस्ट ने लिखा, "आज, एक उम्मीदवार ने इमारत में प्रवेश करने के बाद पहले 5 मिनट में ही अपने साक्षात्कार का मखौल उड़ा दिया.''
उस व्यक्ति से रिसेप्शनिस्ट बनी प्रबंधक ने बुरे व्यवहार के बाद भी बात करने की कोशिश की. उसे यहां तक आने के लिए बधाई दी और फिर से बातचीत में शामिल करने की कोशिश की. लेकिन उस युवक ने रिसेप्शनिस्ट समझकर उससे आई कॉनटैक्ट भी नहीं किया और उसके साथ बात करने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई जबकि "रिसेप्शनिस्ट" वास्तव में हायरिंग मैनेजर थी.
कंपनी की तरफ से बताया गया उसे मीटिंग रूम में बुलाया और समझाया कि हमारी टीम का हर एक व्यक्ति मूल्यवान है और सम्मान के योग्य है. 'रिसेप्शनिस्ट' के साथ बातचीत के कारण, काम पर रखने वाले प्रबंधक को यह महसूस नहीं हुआ कि वह अच्छा व्यक्ति था. आपके समय के लिए धन्यवाद. लेकिन साक्षात्कार खत्म हो गया है.
अंत में प्रतिभागी को कंपनी की तरफ से कहा गया कि यह सिर्फ आंखों के संपर्क की कमी नहीं थी बल्कि व्यक्तित्व की कमी थी, वह 'रिसेप्शनिस्ट' के लिए भी कठोर था और उसके साथ ऐसा व्यवहार किया जैसे वह बात करने लायक भी नहीं है. जब उसे लगा कि वह फैसला लेने वाली और नौकरी देने वाली अधिकारी से बात कर रहा है तो उसका व्यक्तित्व पूरी तरह से बदल गया. अचानक वह दोस्ताना हो गया. इसलिए, मुझे नहीं लगता कि वह हमारे बीच काम करने लायक था क्योंकि यहां हर शख्स महत्वपूर्ण है.