रिश्ते का एक विज्ञापन सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. ये विज्ञापन वैवाहिक रिश्ते के लिए आम तौर पर दिए जाने वाले विज्ञापनों में जिस तरह की बेतुकी मांगें की जाती हैं, उन पर करारा कटाक्ष है. ये विज्ञापन "opinionated feminist" की ओर से दिया गया है. इसकी शर्तों को पढ़-पढ़ कर लोग खूब चटकारे ले रहे हैं. (प्रतीकात्मक फोटो/Getty images) (फोटो/Twitter)
विज्ञापन देने वालीं "opinionated feminist" कौन है? विज्ञापन से संकेत मिलता है कि वो उम्र में 30 से ऊपर की युवती है, शिक्षित है, जिसके छोटे बाल हैं, सोशल सेक्टर में काम (पूंजीवाद के खिलाफ) करती है. (प्रतीकात्मक फोटो/Getty images)
विज्ञापन में ऐसे दूल्हे की मांग की गई है, जिसकी उम्र 25 से 28 साल के बीच हो, दिखने में आकर्षक और अच्छी कद-काठी वाला हो. मांगें यहीं खत्म नहीं हो जातीं हैं, विज्ञापन में साफ किया गया है कि ऐसे लड़के जिनका अपना स्थिर कारोबार, बंगला और 20 एकड़ से कम फार्म लैंड नहीं हो, वो इस रिश्ते के लिए आवेदन न करें. अगर आपके पास ये सब है तो आप योग्य पात्र होने के नजदीक पहुंच जाते हैं. (प्रतीकात्मक फोटो/Getty images)
रिश्ते के लिए खरा उतरने को आखिरी और अहम शर्त संभावित दूल्हे के पाचन तंत्र (Digestive System) से जुड़ी है. ये जितना मजबूत है उतना ही आपके इस रिश्ते के लिए चांस बढ़ जाते हैं. अगर आपके पाचन तंत्र में खामी है और आप पेट से गैस छोड़ने (Fart) या डकार (Burp) जैसी स्थिति में खुद को पाते हैं तो बेहतर होगा कि आप अपने घर पर ही रहें और इस रिश्ते की ख्वाहिश छोड़ दें. (प्रतीकात्मक फोटो/Getty images)
इंटरनेट पर कई यूजर्स ने इस विज्ञापन में छुपे कटाक्ष को नहीं समझा और इसे असल रिश्ते का विज्ञापन मानते हुए ‘विषाक्त’ बताया. कई ट्वीट्स में कहा गया कि एक तरफ रिश्ते का विज्ञापन देने वाली युवती खुद को पूंजीवाद के खिलाफ लड़ाई लड़ने वाली बताती हैं और दूसरे हाथ वो अपने रिश्ते के लिए ऐसे पुरुष की तलाश बताती है जो पूंजीवाद की सारी सुविधाओं का आनंद ले रहा हो. (प्रतीकात्मक फोटो/Getty images)
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक ये विज्ञापन असल में एक मजाक था. विज्ञापन में दिए गए E-mail पते के जरिए संपर्क किया गया. ये उनकी असली पहचान पर नहीं बल्कि कूट नामों के जरिए बने हुए थे. जिस "opinionated feminist" की ओर से विज्ञापन दिया गया था, असल में उस युवती का नाम साक्षी निकला. साक्षी के भाई सृजन और उनकी दोस्त दमयंती ने साक्षी के 30वें जन्मदिन पर यह विज्ञापन का प्रैंक किया. (प्रतीकात्मक फोटो/Getty images)
साक्षी के जन्मदिन के एक दिन पहले भाई सृजन ने एक पेपर स्क्रॉल गिफ्ट के तौर पर दिया. इसमें ईमेल पता curbyourpatriarchy@gmail.com और उसका पासवर्ड दिया गया था. साक्षी को उस वक्त तक नहीं पता था कि ये किसके बारे में है. अगली सुबह साक्षी के भाई ने उसे अखबार की एक प्रति देकर मैट्रीमोनियल कॉलम देखने के लिए कहा. इसे पढ़ने के बाद सब खूब हंसे. (प्रतीकात्मक फोटो/Getty images)
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक साक्षी ने कहा कि इस विज्ञापन से कई पुरुषों के अहम को चोट लगी प्रतीत होती है. आप ऐसा कुछ खुले तौर पर जोर देकर नहीं कह सकते. पुरुष रिश्ते के लिए दुल्हन के लंबी, पतली, खूबसूरत होने की शर्त रखते हैं. वो अपनी पूंजी के बारे में शेखी बधारते हैं, लेकिन जब बाजी उलट कर दूसरी तरफ से ऐसा हुआ तो वो इनसे हजम नहीं हुआ. एक महिला कैसे ऐसी शर्ते रख सकती है.ये विज्ञापन एक व्यंग्य था, इसे वैसी मानसिकता वाले बर्दाश्त नहीं कर पाए जो अपने रिश्ते के लिए दुल्हन के लंबी, पतली और खूबसूरत होने जैसी शर्ते रखते हैं. (प्रतीकात्मक फोटो/Getty images)