सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान यानी एमबीएस बीते कुछ महीनों में कई बार इंटरनेशनल मीडिया की सुर्खियों में रहे हैं. कभी अपने देश में सुधारवादी कदम उठाने के लिए तो कभी अपने ही देश के पत्रकार जमाल खशोगी की दूतावास में हत्या को लेकर. अब एक नई किताब में एमबीएस की निजी जिंदगी के बारे में कई खुलासे किए गए हैं.
अमेरिकी अखबार वाल स्ट्रीट जर्नल के दो पत्रकार ब्रेडली होप और जस्टिन सेक ने किताब लिखी है जिसका नाम है- खून और तेल (Blood and Oil). यानी किताब में ये दावा किया गया है कि सत्ता में बने रहने के लिए एमबीएस किस तरह के फैसले ले रहे हैं. साथ ही उनकी निजी जिंदगी को लेकर भी खुलासे भी किए गए हैं.
Blood and Oil किताब में एमबीएस की एक प्राइवेट पार्टी की कहानी है जिसमें करीब 150 मॉडल शामिल हुई थीं. ये मॉडल्स ब्राजील, रूस, माले, मालदीव सहित अलग-अलग देशों से सफर करके वेला प्राइवेट आइलैंड (मालदीव) पर पहुंची थीं.
किताब के मुताबिक, प्राइवेट आइलैंड पर पहुंचते ही मॉडल्स को मेडिकल सेंटर भेजा गया था जहां सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिजीज के लिए उनकी जांच की गई थी. जांच पूरी होने के बाद एमबीएस एक सी प्लेन से प्राइवेट आइलैंड पर पहुंचे थे. यह घटना 2015 की गर्मियों की है. तब करीब छह महीने पहले ही एमबीएस के पिता सऊदी के किंग बने थे.
किताब में दावा किया गया है कि मालदीव के प्राइवेट आइलैंड पर एमबीएस को इसलिए पार्टी पसंद आती थी क्योंकि यहां की सरकार सऊदी अरब को पूरा समर्थन देती है, साथ ही यहां की सर्विस और सीक्रेसी भी दुनिया में कहीं और मिलनी मुश्किल है. 2015 की गर्मियों की इस पार्टी के दौरान करीब एक महीने के लिए पूरा आइलैंड एमबीएस और उनके गेस्ट के लिए रिजर्व किया गया था. पार्टी के लिए रिसॉर्ट के 300 से अधिक स्टाफ को साढ़े तीन- साढ़े तीन लाख रुपये बोनस के रूप में मिलने वाले थे.
लेकिन इस पार्टी के दौरान एमबीएस को प्राइवेसी की इतनी चिंता थी उन्होंने स्टाफ के स्मार्टफोन लाने पर रोक लगा दी थी और सिर्फ नोकिया 3310 जैसे बेसिक फोन इस्तेमाल करने की छूट थी. दो स्टाफ को नियम तोड़ने के लिए नौकरी से निकाल भी दिया गया था. हालांकि, पार्टी अभी और चलती इससे पहले ही स्थानीय मीडिया में खबर लीक हो गई और एक हफ्ते से भी कम वक्त में एमबीएस वहां से लौट आए. इसके बाद मॉडल्स भी वापस चली गईं.