scorecardresearch
 
Advertisement
ट्रेंडिंग

पपी को बंदर‍िया ने द‍िया मां का प्यार, अनाथ होने पर प‍िलाया दूध

पपी को बंदर‍िया ने द‍िया मां का प्यार, अनाथ होने पर प‍िलाया दूध
  • 1/5
हरिद्वार की गायत्री विहार कॉलोनी में एक अनोखा मामला देखने को मिला जब कॉलोनी के अंदर एक बंदरिया द्वारा 3 दिन के कुत्ते के बच्चे को अपने आंचल में समेट लिया और उसे छोड़ने को तैयार नहीं थी. कॉलोनी वासियों द्वारा 3 दिन के कुत्ते के बच्चे को बंदरिया की गोद में देखकर वन व‍िभाग को इसकी सूचना दी गई. वन व‍िभाग द्वारा बंदरिया से कुत्ते के बच्चे का रेस्क्यू कराया गया. कॉलोनी की एक महिला द्वारा ही उस कुत्ते के बच्चे को गोद ले लिया गया और उसका अब लालन-पालन इस महिला द्वारा ही किया जाएगा. (Demo Photo)
पपी को बंदर‍िया ने द‍िया मां का प्यार, अनाथ होने पर प‍िलाया दूध
  • 2/5
कॉलोनी में बंदरिया कुत्ते के बच्चे को छोड़ने को तैयार ही नहीं थी. कॉलोनी वासियों द्वारा बंदरिया से कुत्ते के बच्चे को छुड़वाने की काफी कोशिश की गई मगर जब कॉलोनी वासी नाकाम हुए तो उनके द्वारा इसकी सूचना वन व‍िभाग को दी गई.
पपी को बंदर‍िया ने द‍िया मां का प्यार, अनाथ होने पर प‍िलाया दूध
  • 3/5
वन विभाग द्वारा इस कुत्ते के बच्चे को बंदरिया से रेस्क्यू कराया गया और उसके बाद इस कुत्ते के बच्चे को कॉलोनी की निवासी अनु बिष्ट ने गोद ले लिया.
Advertisement
पपी को बंदर‍िया ने द‍िया मां का प्यार, अनाथ होने पर प‍िलाया दूध
  • 4/5
अनु बिष्ट का कहना है कि मुझे पता चला एक बंदरिया ने कुत्ते के बच्चे को पकड़ा हुआ है. हमारे द्वारा कोशिश की गई मगर उसके बावजूद भी बंदरिया ने कुत्ते के बच्चों को नहीं छोड़ा. बंदर‍िया, कुत्ते के बच्चे को बंदर‍िया अपना दूध भी प‍िला रही थी. इसकी सूचना वन व‍िभाग को दी गई. उसके बाद वन विभाग की टीम द्वारा कुत्ते के बच्चे को बंदरिया से छुड़वाया गया. कुत्ते के बच्चे की देखभाल करने वाला कोई नहीं था इसलिए मेरे द्वारा उसको गोद ले लिया गया.
पपी को बंदर‍िया ने द‍िया मां का प्यार, अनाथ होने पर प‍िलाया दूध
  • 5/5
इस मामले पर वन व‍ि‍भाग के डीएफओ आकाश वर्मा का कहना है कि यह बहुत ही भावनात्मक स्टोरी है. बंदरिया को यह लग रहा था यह कुत्ते का बच्चा उसी का बच्चा है. इसलिए उस बंदरिया द्वारा इस कुत्ते के बच्चे को अपनापन दिया गया. जिस तरह से एक मां अपने बच्चे के साथ व्यवहार करती है, उसी तरह से इस बंदरिया द्वारा कुत्ते के बच्चे के साथ व्यवहार किया गया और किसी प्रकार की उसे हानि नहीं पहुंचाई गई. मगर वह कुत्ते का बच्चा था इसलिए वन प्रभाग की टीम द्वारा बंदरिया से उसका रेस्क्यू कराया गया.
Advertisement
Advertisement