scorecardresearch
 
Advertisement
ट्रेंडिंग

सास ने कराई विधवा बहू की शादी, बेटी की तरह किया विदा

सास ने कराई विधवा बहू की शादी, बेटी की तरह किया विदा
  • 1/7
6 साल पहले सास जिस लड़की को बहू बनाकर घर लाई, उसी ने अब बेटी की तरह बहू को विदा किया. सास ने ठीक उसी तरह बहू की शादी कराई जैसी उसने अपनी बेटी की थी. यह अनोखी शादी मध्य प्रदेश के रतलाम में हुई.
सास ने कराई विधवा बहू की शादी, बेटी की तरह किया विदा
  • 2/7
सास-ससुर ने अपनी ढलती उम्र को देख अपनी बहू को बेटी की तरह पुर्नविवाह कर कन्यादान कर पूरी रीति-रिवाज के साथ कर अपने घर से विदा कर दिया और खुशियों भरी इस शादी में लॉकडाउन भी आड़े नहीं आया. सोशल डिस्टेंसिंग बनाते हुए तीन परिवारों के सीमित सदस्यों के बीच ही ये शादी संपन्न हुई.

सास ने कराई विधवा बहू की शादी, बेटी की तरह किया विदा
  • 3/7
दरअसल, काटजू नगर निवासी 65 साल की सरला जैन के बेटे मोहित जैन का आष्टा निवासी सोनम के साथ 6 साल पहले विवाह हुआ था लेकिन शादी के 3 साल बाद ही बेटा मोहित कैंसर से पीड़ित हो गया. तीन सालों तक बहू सोनम ने अपने पति की जमकर सेवा की लेकिन जीवन की जंग मोहित हार गया. उसके बाद भी सोनम, सास-ससुर के पास बेटी की तरह रहने लगी.

Advertisement
सास ने कराई विधवा बहू की शादी, बेटी की तरह किया विदा
  • 4/7
सोनम की सेवा और उसके जीवन की खुशियों की परवाह उनकी सास ने की. अपने भाई ललित कांठेड़ और सोनम के परिजनों से पुर्नविवाह की बात की तो सभी राजी हो गए और नागदा में सौरभ जैन के साथ रिश्ता पक्का हो गया.
सास ने कराई विधवा बहू की शादी, बेटी की तरह किया विदा
  • 5/7
परिजनों को नागदा जा कर शादी करनी थी, होटल भी बुक हो गया था लेकिन लॉकडाउन होने से जब दिक्कतें आती दिखीं तो मोहित के मामा ललित कांठेड़ ने प्रशासन से बात की और अपने ही घर पर ही बहू सोनम की बेटी की तरह शादी करा दी गई.

सास ने कराई विधवा बहू की शादी, बेटी की तरह किया विदा
  • 6/7
एक पल वह था जब 6 साल पहले सास अपनी बहू सोनम को आष्टा से खुशी-खुशी विदा कर लाई थी और एक पल 6 साल बाद ऐसा आया कि उसी सास ने अपनी बहू सोनम को बेटी बना कर विदा किया तो सास-ससुर की आंखों से आंसू छलक पड़े.
सास ने कराई विधवा बहू की शादी, बेटी की तरह किया विदा
  • 7/7
इस शादी पर सास सरला जैन ने बताया कि बहू की शादी इसलिए कराई कि अब हम दोनों पति-पत्नी ही रह गए थे. हमारी उम्र भी हो चली लेकिन बहू की उम्र तो बाकी है. हमारे चले जाने के बाद उसकी जिंदगी वो अकेले कैसे काटती, इसलिए शादी की. बहू को जब विदा किया तो बेटी के रूप में ही विदा किया. सब कुछ वही दिया जो बेटी को दिया था.
Advertisement
Advertisement