थाईलैंड में हुए मिस ग्रैंड इंटरनेशनल समारोह में म्यांमार की प्रतियोगी हैन ले ने जोखिम और बहादुरी से भरा ऐसा काम किया है जो ब्यूटी क्वीन कॉन्टेस्ट्स में कम ही देखने को मिलता है. मिस ग्रैंड म्यांमार हैन ले ने अपने देश में सेना के कथित अत्याचारों पर स्पीच दी और इस स्पीच के सहारे उन्होंने पूरी दुनिया का ध्यान अपने देश के खराब हालातों पर खींचा.
इस कॉन्टेस्ट से एक महीने पहले 22 साल की हैन ले म्यांमार के सबसे बड़े शहर यंगून की सड़कों पर सैन्य तख्तापलट का विरोध कर रही थीं. वे यंगून यूनिवर्सिटी में मनोविज्ञान की छात्रा हैं. वे अपने देश के हालातों पर इंटरनेशनल मंच पर बात करना चाहती थीं जिसके लिए उन्होंने ब्यूटी कॉन्टेस्ट को चुना.
हैन ले ने अपनी इमोशनल स्पीच में कहा कि आज मेरे देश म्यांमार में कई लोग मारे जा रहे हैं. कृपया हमारी मदद करें. हमें अंतरराष्ट्रीय समुदाय से फौरन मदद की जरूरत है. हैन ने बीबीसी के साथ इंटरव्यू में कहा कि इस स्पीच के सामने आने के बाद मेरे दोस्त मुझे कह रहे हैं कि मुझे वापस म्यांमार नहीं आना चाहिए.
हैन ने बीबीसी के साथ इंटरव्यू में बताया कि दो मिनट की अपनी स्पीच के लिए वो देश की सेना के निशाने पर आ सकती हैं इसलिए वो अभी तीन महीनों तक थाईलैंड में ही रहेंगी. उन्हें इस खतरे के बारे में अंदाजा भी था लेकिन इसके बावजूद उन्होंने इंटरनेशनल मंच से म्यांमार के भयावह हालातों के बारे में बात करने का फैसला किया.
हैन ने कहा कि मुझे मेरे और अपने परिवार की सुरक्षा के बारे में चिंता है. मैंने सेना और देश की मौजूदा स्थिति के बारे में काफी कुछ कहा है. म्यांमार में सेना के बारे में बात करने के बारे में सभी को अपनी सीमा पता है. मेरे देश में कई ऐसे सेलेब्स हैं जो सेना के खिलाफ बोलने के चलते गिरफ्तार हो चुके हैं. फिलहाल मैं अपने देश के हालात के बारे में आवाज़ उठाती रहूंगी. (सभी फोटो क्रेडिट: Han lay इंस्टाग्राम)