टोक्यो ओलंपिक्स 2020(Tokyo olympics 2020) में गोल्ड मेडल जीतने के साथ ही नीरज चोपड़ा(Neeraj Chopra) स्टार बन चुके हैं और उनकी बायोपिक को लेकर चर्चाएं भी शुरु हो चुकी हैं. हालांकि फेसबुक पर एक शख्स ने कई कदम आगे बढ़ते हुए इस बायोपिक की पूरी कहानी को ही शेयर कर डाला है और फैंस के बीच ये 'पटकथा' काफी वायरल हो रही है.
दरअसल पिछले कुछ समय से बॉलीवुड के मेकर्स के बीच बायोपिक का ट्रेंड जोर पकड़ चुका है और कई प्रोड्यूसर्स मसाला फॉर्मूले के तहत इन बायोपिक्स को बनाकर खूब पैसा भी कमाते हैं. हालांकि मौर्या मंडल नाम के ये शख्स बॉलीवुड के मसाला स्क्रीन राइटर्स के लिए परेशानी का सबब बन गए हैं क्योंकि फेसबुक पर लिखी गई उनकी स्क्रिप्ट को फैंस काफी पसंद कर रहे हैं. आप भी पढ़ें 'नीरज चोपड़ा की बायोपिक' (फोटो क्रेडिट: नीरज चोपड़ा इंस्टाग्राम)
फिल्म के ओपनिंग सीन में हरियाणा का एक छोटा सा गांव दिखाया गया है. कुछ लड़के क्रिकेट खेल रहे हैं और बैट्समैन एक लंबा छक्का मारता है. बॉल पास ही के खेत में गिरती है जहां एक शख्स अपने बेटे के साथ खेत में काम कर रहा है. फील्डर इस बच्चे के पास आते हैं और उससे बॉल मांगते हैं. ये बच्चा बॉल इतनी दूर फेंकता है कि ये सीधा विकेट से टकराती है. (फोटो क्रेडिट: इंस्टाग्राम)
वहां खेल रहे सभी लड़के इस थ्रो को देखकर हैरान रह जाते हैं. पास से ही गुजर रहे गजराज राव जो एक एथलेटिक्स कोच भी हैं, वे इस नजारे को देख लेते हैं. गजराज इसके बाद इस बच्चे का विश्लेषण करते हुए ये पता लगा लेते हैं कि इसके बाजुओं में काफी ताकत है. गजराज को इस बच्चे में काफी प्रतिभा दिखती है और वो उसके पिता को कहकर एकेडमी में जॉइन करा लेते हैं. (फोटो क्रेडिट: इंस्टाग्राम)
इस बच्चे की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है. वो मैले-कुचैले कपड़ों में एकेडमी पहुंचता है. वहां अमीर बच्चे उसका मजाक उड़ाते हैं. हालांकि कोच इन बच्चों को डांटते हैं. जब ये बच्चा भाला फेंकता है तो सभी के मुंह बंद हो जाते हैं. कुछ सालों बाद ये बच्चा बड़ा हो चुका है और नेशनल लेवल जेवेलिन थ्रोअर है. जाहिर है, ये रोल अक्षय कुमार ही निभा रहे हैं.(फोटो क्रेडिट: इंस्टाग्राम)
अक्षय कुमार अपने दोस्तों के साथ बातचीत कर रहे होते हैं. वे तभी देखते हैं कि कियारा आडवाणी को कुछ गुंडे छेड़ने की कोशिश कर रहे हैं. तभी इन गुंडों पर भाले से प्रहार होने लगते हैं. अक्षय कियारा को बचा लेते हैं. कियारा अक्षय से नाम पूछती हैं लेकिन अक्षय वहां से चले जाते हैं क्योंकि उन्हें ट्रेनिंग के लिए जाना है. सूबेदार अक्षय को मालूम चलता है कि कियारा उनके सीनियर अफसर की बेटी है. (फोटो क्रेडिट: इंस्टाग्राम)
अक्षय और कियारा के बीच प्यार हो जाता है लेकिन अक्षय कहता है कि उसका फोकस देश को ओलंपिक्स में गोल्ड मेडल दिलाना है. कियारा कहती हैं कि वे अक्षय को सपोर्ट करेंगी और वे जब तक गोल्ड नहीं ले आते, तब तक उनका इंतजार करेंगी. अक्षय लगातार कई इवेंट्स में जीत दर्ज करते हैं. इस बीच पाकिस्तान से एक छोटा युद्ध छिड़ जाता है.(फोटो क्रेडिट: इंस्टाग्राम)
सूबेदार अक्षय कहते हैं कि वे युद्ध में हिस्सा लेना चाहते हैं लेकिन प्रशासन उन्हें कहता है कि चूंकि वे ओलंपिक के लिए तैयारी कर रहे हैं, इसलिए उन्हें इस युद्ध में हिस्सा नहीं लेना चाहिए. अक्षय अपने चिर-परिचित देशभक्ति वाले अंदाज में कहते हैं कि उनके लिए देश की रक्षा से बढ़कर कोई भी चीज नहीं है. सभी उन्हें सैल्यूट करते हैं और अक्षय की बात को मान लिया जाता है.
युद्ध के दौरान अक्षय को पाकिस्तानी सैनिक घेर लेते हैं. अक्षय की गोलियां खत्म हो चुकी हैं. अक्षय नाटकीय अंदाज में एक पेड़ की डाली को भाले की तरह इस्तेमाल करते हैं और बॉलीवुड अंदाज में पाकिस्तानी सैनिकों को पस्त कर देते हैं. हालांकि अक्षय इस लड़ाई में बुरी तरह घायल हो जाते हैं और डॉक्टर्स उन्हें कहते हैं कि वे फिर कभी भाला नहीं फेंक पाएंगे.
लेकिन अक्षय ओलंपिक में गोल्ड मेडल लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. वे डॉक्टर्स की सलाह के बावजूद अपनी ट्रेनिंग शुरु कर देते हैं और चमत्कार के तहत ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर लेते हैं. अक्षय का मेन मुकाबला एक खतरनाक जर्मन और एक महामानव अफ्रीकी खिलाड़ी से हैं जिनकी बाजुओं में फौलादी दम है. हालांकि अक्षय क्वालीफाई मुकाबलों में टॉप पर आते हैं.(फोटो क्रेडिट: नीरज चोपड़ा इंस्टाग्राम)
इसके चलते जर्मन खिलाड़ी को टेंशन होने लगती है. वे ओलंपिक खेलगांव में अपने साथियों के साथ मिलकर अक्षय पर हमला करा देते हैं. इनमें जर्मनी के जूडो और कराटे टीम के खिलाड़ी भी शामिल हैं. हालांकि फिल्म के हीरो होने के नाते अक्षय इन सबको पछाड़ देते हैं और भारत की हॉकी टीम भी अक्षय की मदद के लिए आ जाती है.
हालांकि घायल अक्षय के लिए अब भी परेशानियां खत्म नहीं होती. उन्हें पता चलता है कि उनके पिता के खेत में आग लग गई है. अक्षय अब बुरी तरह से टूट गए हैं. इसके चलते ओलंपिक फाइनल में उनका प्रदर्शन प्रभावित होने लगता है. पिता के जलते हुए खेतों ने उनके दिमाग में काफी तनाव भर दिया है. हालांकि कियारा के प्यार और कोच की बात सुनकर अक्षय को हिम्मत मिलती है. (फोटो क्रेडिट: नीरज चोपड़ा इंस्टाग्राम)
अक्षय फाइनल थ्रो से पहले चौथे स्थान पर हैं. अक्षय का अब आखिरी दांव बचा है. अक्षय पर सभी की निगाहें टिकी हैं. स्लोमोशन स्टाइल में वे भागते हैं. जोश से भरा बैकग्राउंड म्यूजिक बजता है. स्टेडियम में मौजूद लोग चिल्लाते हैं- भारत माता की... अक्षय भाला फेंकते हुए कहते हैं- जय... और अपने इस थ्रो में वे 90 मीटर पार भाला फेंक देते हैं. इस एक थ्रो के साथ ही अक्षय गोल्ड जीत जाते हैं. (फोटो क्रेडिट: नीरज चोपड़ा इंस्टाग्राम)
सभी स्टेडियम में खुशी से चिल्लाते हैं. जर्मन शख्स आकर अक्षय से माफी मांगता है. फिल्म के खत्म होने से पहले गोविंदा की फिल्म का रीमिक्स सॉन्ग आता है जिसे बादशाह ने बनाया है. इसमें कियारा और अक्षय स्टायलिश कपड़ों में डांस करते हैं. गाने का नाम है- सोना कितना सोना है. फिल्म देखकर फैंस कहते हैं अक्षय कुमार हैं नेशनल अवॉर्ड के हकदार. (फोटो क्रेडिट: इंस्टाग्राम)