ये था फांसी पर लटकाने का प्रोसेस
फांसी वाले दिन रंगा नहाया था. लेकिन बिल्ला नहीं. तत्कालीन जेल सुप्रीटेंडेंट आर्यभूषण शुक्ल ने रुमाल गिराकर फांसी के लीवर को खींचने का इशारा किया. 2 घंटे बाद डॉक्टरों ने जांच की तो पता चला कि बिल्ला मर गया है. लेकिन रंगा की नाड़ी चल रही है. (फोटो में बाएं रंगा, दाएं बिल्ला)