ऐसा हुआ तो तिहाड़ में निर्भया के दोषियों को फांसी दी जा सकती है. तिहाड़ का फांसी-घर सबसे ज्यादा सुरक्षित माना जाता है. तिहाड़ जेल के पूर्व लॉ ऑफिसर सुनील गुप्ता ने कहा कि जिस दिन फांसी होती है सुरक्षा बढ़ाई जाती है.
फांसी लगने के बाद ही दूसरी जेलें भी खुलेंगी. गर्मियों में सुबह 6 बजे जेलें खुल जाती हैं लेकिन सुरक्षा के लिहाज से जिस दिन फांसी लगेगी उसके बाद ही बाकी जेलें खुलती हैं.