scorecardresearch
 
Advertisement
ट्रेंडिंग

ईरान-US युद्ध हुआ तो क्या फिर Airlift होंगे लाखों भारतीय?

ईरान-US युद्ध हुआ तो क्या फिर Airlift होंगे लाखों भारतीय?
  • 1/9
इस समय अमेरिका और ईरान में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. अमेरिका ने ईरान के सबसे बड़े सैन्य अधिकारी कासिम सुलेमानी को ड्रोन हमले में मार गिराया. इसके बाद अमेरिकी दूतावास में रॉकेट से हमले हुए. दोनों तरफ से तीखी बयानबाजी चल रही है. अगर यही हालात रहे तो मामला ज्यादा गंभीर हो सकता है. फारस की खाड़ी (Persian Gulf) में युद्ध जैसे माहौल होने पर वहां मौजूद भारतीयों पर क्या असर पड़ेगा यह जानना जरूरी है. 1990 के खाड़ी युद्ध के दौरान कुवैत में मौजूद भारतीयों को एयरलिफ्ट (Airlift) किया गया था. क्या फिर वैसी नौबत आएगी? क्या भारतीयों को पहले ही सुरक्षित निकाल लिया जाएगा?
ईरान-US युद्ध हुआ तो क्या फिर Airlift होंगे लाखों भारतीय?
  • 2/9
क्या होता है एयरलिफ्ट - Airlift?

Airlift यानी हवाई बचाव, जब आपको हवाई जहाज के माध्यम से किसी मुसीबत वाली जगह से निकाला जाता है तो उसे एयरलिफ्ट कहते हैं. यह मुसीबतें युद्ध हो सकती हैं. या फिर प्राकृतिक आपदाएं. जैसे 1990 में कुवैत से भारतीयों को निकाला गया या हर साल देश में आने वाली बाढ़ से कई पीड़ितों को एयरलिफ्ट किया जाता है.
ईरान-US युद्ध हुआ तो क्या फिर Airlift होंगे लाखों भारतीय?
  • 3/9
1990 में 1.75 लाख भारतीय किए गए थे Airlift

13 अगस्त 1990 को कुवैत से करीब 1.75 लाख भारतीयों को एयरइंडिया के विमानों से एयरलिफ्ट किया गया था. उस समय इराक और कुवैत के बीच युद्ध चल रहा था. इराकियों ने कुवैत के बड़े हिस्से पर कब्जा कर लिया था. इराक के शासक सद्दाम हुसैन ने कुवैते को अपना 19वां प्रांत घोषित कर दिया था. इस युद्ध में उस समय 1,75,000 भारतीय फंस गए थे.
Advertisement
ईरान-US युद्ध हुआ तो क्या फिर Airlift होंगे लाखों भारतीय?
  • 4/9
पहले मिलिट्री विमान भेजने की योजना थी...

1990 में पहले भारत सरकार ने मिलिट्री विमान भेजकर बचाव कार्य चलाने की योजना बनाई लेकिन एयर-स्पेस क्लीयरेंस नहीं मिलने के कारण नागरिक विमानों को अनुमति दी गई. इसके बाद भारत सरकार ने एयर इंडिया और इंडियन एयरलाइंस के विमानों को एयरलिफ्ट करने की अनुमति दी थी.
ईरान-US युद्ध हुआ तो क्या फिर Airlift होंगे लाखों भारतीय?
  • 5/9
सबसे बड़ी समस्या थी ऑपरेशन डेजर्ट स्टॉर्म

अमेरिका अपने सहयोगी देशों के साथ मिलकर इराक के खिलाफ ऑपरेशन डेजर्ट स्टॉर्म शुरू करने वाला था. उससे पहले भारतीयों को निकालना जरूरी था, नहीं तो अमेरिकी हमले में भारतीय नागरिकों के भी मारे जाने की आशंका थी. इसलिए ऑपरेशन डेजर्ट स्टॉर्म शुरू होने से ठीक पहले सभी भारतीयों को निकाल लिया गया था.
ईरान-US युद्ध हुआ तो क्या फिर Airlift होंगे लाखों भारतीय?
  • 6/9
1.75 भारतीयों को बचाने के लिए 488 उड़ानें

भारतीय लोगों को सबसे पहले कुवैते से अम्मान (जॉर्डन) लाया गया. क्योंकि कुवैत में कोई भी शहर हिंसा से मुक्त नहीं था. सबकी जान को खतरा था. अम्मान से मुंबई की दूरी थी 4,117 किलोमीटर. 1.75 लाख भारतीयों को बचाने के लिए एयर इंडिया और इंडियन एयरलाइंस के विमानों ने 18 अगस्त 1990 से लेकर 20 अक्टूबर 1990 के बीच कुल 488 उड़ानें भरीं.
ईरान-US युद्ध हुआ तो क्या फिर Airlift होंगे लाखों भारतीय?
  • 7/9
सबसे बड़े रेस्क्यू ऑपरेशन का रिकॉर्ड दर्ज है

कुवैत से भारतीयों को निकालने के लिए करीब 63 दिनों तक चले इस रेस्क्यू ऑपरेशन को गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्डस में भी दर्ज किया गया है. 2016 में बॉलीवुड फिल्म स्टार अक्षय कुमार की फिल्म Airlift इसी सत्य घटना पर आधारित थी.
ईरान-US युद्ध हुआ तो क्या फिर Airlift होंगे लाखों भारतीय?
  • 8/9
खाड़ी देशों में कहां-कितने भारतीय?

सऊदी अरबः करीब 41 लाख
यूएईः करीब 35 लाख
ओमानः करीब 9.50 लाख
कुवैतः करीब 07 लाख
कतरः करीब 6.50 लाख
बहरीनः करीब 1.50 लाख
ईरानः 800 से 1200 के बीच
इराकः यहां भारतीयों का डेटा उपलब्ध नहीं
कुलः करीब 1 करोड़ भारतीय
ईरान-US युद्ध हुआ तो क्या फिर Airlift होंगे लाखों भारतीय?
  • 9/9
ईरान-US युद्ध हुआ तो कितने भारतीय होंगे प्रभावित

इस समय फारस की खाड़ी के आसपास करीब 1 करोड़ भारतीय रहते हैं. ईरान में ज्यादा भारतीय नहीं हैं, लेकिन वहां भी यह संख्या करीब 800 से 1200 के बीच है. लेकिन युद्ध की दशा में खाड़ी देशों से काफी ज्यादा भारतीयों की देश वापसी हो सकती है. या फिर आपातकालीन स्थिति में उन्हें एयरलिफ्ट कराया जा सकता है. ये एयरलिफ्ट या तो उसी देश की कोई विमान सेवा करे या भारतीय विमान सेवाएं उन्हें लेकर आएं. यह फैसला भारत सरकार औऱ खा़ड़ी देशों की सरकारें मिलकर करेंगी.

Advertisement
Advertisement
Advertisement