लॉटरी किसी भी शख्स के बंद किस्मत के दरवाजे को खोल देती है. कोयंबटूर में महज एक साल की एक बच्ची ने 16 करोड़ रुपये की दवा लॉटरी में जीत ली है. इसका दावा उसके परिजनों की तरफ से किया गया है.
जैनब नाम की यह एक साल की बच्ची दुर्लभ अनुवांशिक विकार के साथ पैदा हुई थी जिसे स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी कहा जाता है. इस बीमारी में इलाज के लिए जीन थेरेपी की आवश्यकता होती है.
यह दुर्लभ बीमारी इंसानों में मांसपेशियों की बर्बादी का कारण बनती है और उम्र के साथ स्थिति बिगड़ती जाती है. जैनब के माता-पिता ने इलाज के लिए दवा की एक खुराक पाने के लिए धन जुटाने की कोशिश की थी. दवा की कीमत 16 करोड़ रुपये है.
उस दवा का नाम जोल्गेन्स्मा है. ज़ैनब के पिता अब्दुल्ला ने उसके इलाज के लिए अपने बच्चे का नाम एसएमए में पंजीकृत कराया, जो बच्चों के लिए काम करने वाली संस्था है. एसएमए ऐसी दुर्लभ बीमारी से जूझ रहे बच्चों की मदद करती है.
अब्दुल्ला और उनकी पत्नी आयशा यहां तक कि मदद के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय भी पहुंचे और कई शीर्ष अधिकारियों से अपनी बेटी की जान बचाने की गुहार लगाई. दंपति ने 2018 में अपने पहले बच्चे को खो दिया था.
शनिवार को एक फोन कॉल के जरिए अब्दुल्ला और उनकी पत्नी के जीवन में चमत्कार हुआ. अब्दुल्ला को सूचना मिली की उनकी बेटी ने तीन अन्य बच्चों के साथ लकी ड्रा के माध्यम से 16 करोड़ रुपये की दवा जीत ली है.