शुभ्रांशु शेखर, मिण्टु बाबू और मैकि की शादी के बाद महल उपहार में देकर उनके वैवाहिक जीवन का अध्ययन करना चाहते हैं. उसके बाद इन दोनों के सहयोग से भगवान रामचंद्र की भांति एक विशाल वानर सेना बनाकर, उन्हें प्रशिक्षण देकर, जंगल से भटककर शहर में घुस आए वानरों को नियंत्रण में लाने का प्रयास करेंगे जिससे वानर बराक घाटी में सुरक्षित रहें.