पाकिस्तानी सटे भारतीय किसान एक बार फिर पाकिस्तान के 'टिड्डी आतंक' से परेशान नजर आ रहे हैं. इस आतंक से परेशान किसान जैसे-तैसे इससे बचने अलग-अलग नुस्खे अपना रहे हैं.
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दरअसल, गुजरात के बनासकांठा जिले में पिछले एक सप्ताह से पाकिस्तान की ओर से लगातार टिड्डी दल का आक्रमण हो रहा है, इसकी वजह से किसानों की खड़ी फसलें बर्बाद हो रही हैं. और यह पाकिस्तानी सीमा से सटे कई जिलों में हो रहा है
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बनासकांठा से सटे आस-पास के जिलों के किसान इससे बचने के लिए कई तरीके अपना रहे हैं. लेकिन ऐसा लग रहा है इनसे बचना नामुमकिन हो रहा है.
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तरह-तरह के हो रहे उपाय:
कहीं किसान ध्वनि यंत्र का उपयोग कर रहे हैं और हाथ में थाली-लाठी लेकर पीट रहे हैं तो कुछ DJ का इस्तेमाल भी कर रहे हैं. अब तो हारकर किसान खेतों में फसल के ऊपर पंडाल भी लगा रहे हैं.
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जानकारी के मुताबिक टिड्डी दल के आक्रमण से सीमावर्ती इलाके के कई गांव में किसानों को भारी नुकसान हुआ है और तकरीबन 30000 हेक्टेयर कृषिभूमि क्षेत्र इससे प्रभावित होने के आसार हैं.
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रात में होता है आक्रमण:
किसानों के मुताबिक टिड्डी दल रात में इलाके में प्रवेश करता है. इन दिनों 20 किलोमीटर लंबी दूरी तक ये फैले हुए हैं और संख्या में ये 50 करोड़ टिड्डी माने जा रहे हैं. यह दल जहां रुकता है वहां एक ही रात में पूरा इलाका चट कर जाता है.
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प्रशासन ने संभाला मोर्चा:
जिला कृषि अधिकारी और सरकार सीमित साधनों की वजह से राहत मदद ठीक से नहीं जुटा नही पा रही है. आक्रमण को रोकने के लिए केंद्र और राज्य प्रशासन काम पर लगा है. इनमें 11 कृषि दल और भारत सरकार की एक टिड्डी नियंत्रण टीम पहुंची है.
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पूरे इलाके में वाहनों द्वारा 500 किलोग्राम मेथोलिटिक दवाओं का छिड़काव किया जा रहा है. साथ ही में अब असरग्रस्त इलाके में फाल्कन मशीन लाई गईं हैं. अब दवाई का छिड़काव किया जाएगा.