सोशल मीडिया पर कुछ लोग वायरल होने के लिए जी-जान लगा देते हैं वही कुछ लोग ऐसे भी हैं जो बिना किसी प्रयास के ही वायरल हो जाते हैं. ऐसी ही कहानी पाकिस्तान के आसिफ रजा की है. आसिफ का सुपर वायरल फ्रेंडशिप मीम कुछ साल पहले ट्रेंड हुआ था और अब ये मीम एनएफटी के जरिए लगभग 38 लाख में बिक गया है.
लंदन और लाहौर बेस्ड स्टार्ट अप ऑल्टर ने इस डिजिटल आर्ट मार्केट प्लेस फाउंडेशन में इस मीम की सेल कराई है. ये पाकिस्तान का पहला ऐसा मीम है जो नॉन फंजीबल टोकन(एनएफटी) के तौर पर बिका है. इस मीम को 51 हजार 530 डॉलर्स यानी लगभग 38 लाख रुपये में खरीदा गया है.
आसिफ ने वाइस वर्ल्ड न्यूज के साथ बातचीत में कहा कि मैंने ये मीम सिर्फ इसलिए बनाया था ताकि इसे मुद्दसीर देखे और वो परेशान हो जाए. लेकिन मुझे इस बात का बिल्कुल अंदाजा नहीं था कि ये पोस्ट इतना ज्यादा वायरल हो जाएगा और पूरी दुनिया में फैल जाएगा. हमें कई न्यूज एजेंसी ने इस मीम को लेकर इंटरव्यू भी किया है.
उन्होंने आगे कहा कि हमें लेकर कार्टून बने हैं. पोलैंड के लोगों से खासतौर पर हमें काफी प्यार मिला. हमें पोलैंड के वीजा के ऑफर तक दो-तीन लोग दे चुके हैं. उन लोगों ने दीवार तक पर हमारे नाम लिखे हुए हैं. ये सोशल मीडिया की ही ताकत है कि जिनसे हमारा कोई वास्ता नहीं, वो लोग भी आज हमें इतना सपोर्ट करते हैं.
रजा ने अपने ओरिजिनल पोस्ट में लिखा था कि मैं घोषणा करता हूं कि मैं अपने पूर्व बेस्ट फ्रेंड मुदसिर इस्माइल को छोड़ रहा हूं. आसिफ ने कहा था कि इस्माइल में काफी घमंड आ गया है और वो काफी सेल्फिश हो चुका है. इस मीम में ये भी लिखा था कि अब सलमान अहमद मेरा बेस्ट फ्रेंड है. ये मीम अपने अंदाज के चलते सोशल मीडिया पर काफी ट्रेंड हुआ था.
वही इस्माइल ने कहा कि मुझे याद भी नहीं कि हमारी लड़ाई किस चीज को लेकर हुई थी. उस समय हम एक दूसरे को लेकर ही काफी फोकस्ड रहते थे. अगर हममें से कोई भी किसी और से मिल लेता था तो हम नाराज हो जाते थे. हम दोनों एक दूसरे के साथ अपने सभी गहरे राज भी शेयर करते थे. हम दोनों की दोस्ती काफी गहरी है.
ऑल्टर के को-फाउंडर जैन नकवी ने कहा कि पाकिस्तान में कुछ डिजिटल क्रिएटर्स को एनएफटी जैसे कॉन्सेप्ट्स को लेकर दिक्कतें आ रही हैं क्योंकि पाकिस्तान में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर पॉलिसी अब भी बहुत ज्यादा प्रोग्रेसिव नहीं हैं. आसिफ और इस्माइल जैसे लोग काफी लोकप्रिय होने के बाद भी एनएफटी का फायदा अब तक नहीं उठा पाए थे. (सभी फोटो क्रेडिट: आसिफ रजा)