देश में इस समय चार राज्यों में चुनाव चल रहे है और हर पार्टी के नेता यही दावा कर रहे है कि उनका चुनावी एजेंडा विकास है. हम जीतने के बाद विकास करेंगे, रोजगार पैदा करेंगे. लेकिन गांव के विकास के लिए असली चुनावी जज्बा दिखा कानपूर में जहां 81 साल की बुजुर्ग महिला सिर्फ इसलिए पंचायत चुनाव में लड़ने के लिए उतरी है क्योंकि उनके गांव का विकास नहीं हुआ है. अभी तक गांव की नाली, खड़ंजे टूटे पड़े हैं, दादी अम्मा चुनाव जीतकर गांव के हालत को ठीक करना चहाती हैं.
(फोटो- रंजय सिंह)
81 साल की रानी अम्मा ने शनिवार को कानपुर के चौबेपुर ब्लाक से चुनाव लड़ने के लिए नामांकन भरकर हर किसी को चौंका दिया. दादी अम्मा पंचायत चुनाव इसलिए लड़ना चाह रही हैं क्योंकि लंबे समय से उनके गांव का विकास बिल्कुल भी नहीं हुआ है. सड़कें और नाली टूटी पड़ी हैं. चुनाव जीतने के बाद उनका पहला काम होगा गांव की खराब हालत को ठीक करना.
81 साल की रानी अम्मा का कहना है कि उन्हें चुनाव के मैदान में इसलिए उतरना पड़ा क्योंकि गांव की नाली और सड़क टूटी पड़ी है. नाली के पानी से बीमारी फैल रही है, जिसकी वजह से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. गांव वालों ने इस समस्या को नेता और प्रशासन सामने उठाया पर किसी ने इस तरफ ध्यान नहीं दिया.
दादी अम्मा चुनाव जीत पाएंगी या नहीं ये तो नतीजे आने के बाद ही पता चलेगा. लेकिन जिले के प्रशासनिक अधिकारियों और नेताओं के लिए ये शर्मनाक स्थिति जरूर हो गई है. मूलभूत सुविधाओं के लिए एक 81 वर्षीय दादी को ताल ठोकर चुनावी रण में उतरना पड़ा.