उत्तर प्रदेश के मेरठ की रहने वाली एक बेटी ने वो कारनामा कर दिखाया, जिसकी आने वाले समय में मिसाल दी जाएगी. संजू नाम की लड़की ने अपने करियर को ज्यादा तरजीह दी और परिवारवालों से कहा कि वो अभी शादी नहीं करेगी. घरवालों द्वारा शादी के लिए लगातार बनाए जा रहे दबाव के चलते एक दिन उसने घर छोड़ने का फैसला कर लिया.
(इनपुट- उस्मान चौधरी)
घर छोड़कर जाने का फैसला संजू के लिए आसान नहीं था. घर से बगावत कर अलग रहकर संजू ने साल 2017 में सिविल सर्विसेज की तैयारी शुरू की. सात साल बाद उसका संघर्ष रंग लाया और उसने अपनी मेहनत और लगन से पीसीएस परीक्षा पास की और बन गई अफसर. साल 2013 में संजू ने घर छोड़ा था.
मेरठ की रहने वाली संजू का जन्म ऐसे परिवार में हुआ, जहां बेटियों की शिक्षा को ज्यादा तवज्जो नहीं दी जाती है. इसी सोच की वजह से उसकी बड़ी बहन की शादी इंटर पास करने के बाद ही कर दी गई थी. जैसे ही उन्होंने इंटर पास किया तो घरवाले संजू को भी आगे पढ़ने से मना करने लगे.
इस बिटिया ने विरोध किया तो उसे आए दिन घरवालों के गुस्से का सामना करना पड़ता था. जैसे तैसे उसने ग्रेजुएशन पूरी की. लेकिन घर में फिर उन्हीं बातों का सामना करना पड़ा. इससे परेशान होकर एक दिन उसने अपना घर छोड़ने का फैसला किया. अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए इस संजू ने कभी ट्यूशन पढ़ाया, कभी प्राइवेट नौकरी की. लेकिन पढ़ाई में कोई कोताही नहीं बरती. आखिरकार उसकी मेहनत रंग लाई और सालों की मेहनत का फल उन्हें इस कामयाबी से मिला.